हिसार विधानसभा चुनाव में सावित्री जिंदल की जीत: राजनीतिक समीकरण बदलने की शुरुआत?

Hisar assembly elections के नतीजे आ चुके हैं, और भारत की सबसे अमीर महिला, Savitri Jindal ने इस सीट पर जीत हासिल की है।

उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी, कांग्रेस के राम निवास रारा को 20,000 से अधिक वोटों से हराया।

फोर्ब्स के आंकड़ों के अनुसार, सितंबर 2024 तक सावित्री जिंदल की कुल संपत्ति 3.65 लाख करोड़ रुपये थी।

उनकी संपत्ति में 165 करोड़ रुपये के शेयर, 80 करोड़ रुपये की कृषि और गैर-कृषि योग्य जमीन शामिल हैं।

Savitri Jindal ओपी जिंदल ग्रुप की चेयरपर्सन

सावित्री जिंदल, जो ओपी जिंदल ग्रुप (OP Jindal Group) की चेयरपर्सन हैं, ने इस बार हिसार विधानसभा सीट से निर्दलीय नामांकन दाखिल किया था।

उनके नामांकन शपथ पत्र में दी गई जानकारी के अनुसार, विभिन्न बैंक खातों में करीब 4.09 करोड़ रुपये जमा हैं।

इसके अलावा, उनके पास लगभग 20 करोड़ रुपये के गहने भी हैं।

इस साल मार्च में, सावित्री जिंदल के बेटे, पूर्व सांसद नवीन जिंदल, भाजपा में शामिल हुए थे

और कुरुक्षेत्र से भाजपा की टिकट पर लोकसभा का चुनाव लड़कर सांसद बने।

नवीन के भाजपा में शामिल होने के केवल 3 दिन बाद, सावित्री जिंदल ने भी भारतीय जनता पार्टी में प्रवेश किया।

उन्होंने उम्मीद जताई थी कि विधानसभा चुनाव में पार्टी उन्हें हिसार विधानसभा से टिकट देगी।

हालांकि, पार्टी ने पूर्व विधायक और मंत्री डॉ. कमल गुप्ता पर तीसरी बार भरोसा जताते हुए उन्हें टिकट दिया।

इस पर सावित्री ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का निर्णय लिया।

Hisar assembly elections पर सावित्री जिंदल का मुकाबला

हिसार विधानसभा सीट पर सावित्री जिंदल का मुकाबला बीजेपी, कांग्रेस, जजपा और आम आदमी पार्टी के उम्मीदवारों से था।

बीजेपी ने सिटिंग विधायक कमल गुप्ता को टिकट दिया, जबकि कांग्रेस ने राम निवास रारा पर भरोसा जताया।

जजपा ने रवि अहूजा को और आम आदमी पार्टी ने संजय सतरोदिया को मैदान में उतारा।

सावित्री जिंदल की जीत ने न केवल उनके राजनीतिक करियर को मजबूती दी है,

बल्कि हरियाणा की राजनीति में एक नया अध्याय भी खोला है।

अब देखना होगा कि वे अपनी इस जीत का लाभ उठाते हुए क्षेत्र के विकास में किस तरह की पहल करती हैं।

Sakshi Dutt:

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