चंडीगढ़, 7 जून: शनिवार का दिन भारतीय संस्कृति और धार्मिक परंपराओं में एक विशेष स्थान रखता है, क्योंकि यह दिन न्याय के देवता शनिदेव को समर्पित होता है। जब भी शनि देवता का नाम लिया जाता है, तो अधिकतर लोगों के मन में डर और घबराहट सी उत्पन्न हो जाती है। नकारात्मकता के विचार मन को घेर लेते हैं। लेकिन असल में शनिदेव भय देने वाले नहीं हैं, बल्कि वह तो व्यक्ति के कर्मों का फल देने वाले सबसे न्यायप्रिय देवता माने जाते हैं।
शनि महाराज को ‘कर्मफलदाता’ कहा गया है, जो मनुष्य के अच्छे और बुरे दोनों कर्मों का हिसाब चुकता करते हैं। अगर किसी व्यक्ति के कर्म अच्छे होते हैं, तो शनिदेव उसे बुलंदियों तक पहुंचा सकते हैं, वहीं बुरे कर्म करने वालों को वो राजा से रंक बनाने में देर नहीं लगाते। यही वजह है कि ज्योतिष शास्त्र में शनि की स्थिति को बहुत महत्वपूर्ण माना गया है। अगर कुंडली में शनि अनुकूल हों, तो व्यक्ति को सफलता, समृद्धि और सम्मान प्राप्त होता है, लेकिन यदि शनि प्रतिकूल हो जाएं, तो जीवन में अनेक बाधाएं, मानसिक तनाव और संघर्ष उत्पन्न हो जाते हैं।
शनिवार को यदि कुछ विशेष उपाय और धार्मिक नियमों का पालन किया जाए, तो शनिदेव प्रसन्न होते हैं और जीवन के कष्टों को दूर कर देते हैं। आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ आसान, लेकिन प्रभावशाली उपाय जो शनिदेव की कृपा प्राप्त करने में सहायक हो सकते हैं।
1. शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए सरल धार्मिक उपाय
शनिवार को सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें। फिर पीपल के वृक्ष के पास जाकर उसे जल अर्पित करें और उसकी सात बार परिक्रमा करें। ऐसा माना जाता है कि पीपल में शनिदेव का वास होता है और पीपल को जल अर्पित करने से आने वाले संकट टल जाते हैं।
इसके बाद पास के शनि मंदिर जाएं और वहां शनिदेव को सरसों का तेल चढ़ाएं। एक कटोरी में सरसों का तेल लेकर उसमें अपना चेहरा देखें और फिर वह तेल शनिदेव पर अर्पित करें। साथ ही, एक मुट्ठी काले तिल भी चढ़ाएं। इससे जीवन के दुख, बाधाएं और परेशानियां धीरे-धीरे कम होने लगती हैं।
2. विशेष मंत्र जाप से दूर होंगी कठिनाइयाँ
शनिवार के दिन एक शांत वातावरण में बैठकर, निम्न मंत्र का 108 बार जप करें:
“ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः।”
इस मंत्र का उच्चारण करते समय मन को पूरी तरह शांत रखें और श्रद्धा से जप करें। ऐसा करने से मानसिक शांति प्राप्त होती है और शनिदेव की कृपा से जीवन में आने वाली परेशानियां दूर हो जाती हैं।
3. सरकारी नौकरी और करियर में सफलता के लिए उपाय
यदि आप लंबे समय से नौकरी की तलाश में हैं, खासकर सरकारी नौकरी के लिए प्रयासरत हैं, लेकिन सफलता नहीं मिल रही है, तो समझिए कि शनि की स्थिति कुंडली में प्रतिकूल हो सकती है। ऐसे में शनिवार को कुछ विशेष वस्तुओं का दान करने से लाभ होता है। जैसे:
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उड़द की दाल
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सरसों का तेल
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काले रंग के वस्त्र
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लोहा या लोहे के बर्तन
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काले तिल
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चप्पल या जूते
इन वस्तुओं को किसी जरूरतमंद को दान करें। इससे कुंडली का शनि दोष कम होता है और जीवन में स्थिरता तथा रोजगार के अच्छे अवसर प्राप्त होते हैं।
4. घर में करें साफ-सफाई और दूर करें कबाड़
शनिवार के दिन अपने घर की अच्छी तरह सफाई करें। खासकर घर के कोनों में जमा पुराना कबाड़, टूटे-फूटे सामान या बेकार की चीजें निकाल दें। शास्त्रों के अनुसार बेकार और टूटे सामान घर में नकारात्मक ऊर्जा को आमंत्रित करते हैं। ध्यान रखें, शनिवार के दिन कभी भी लोहा न बेचें और न ही खरीदें, क्योंकि ऐसा करने से शनि की कृपा से वंचित हो सकते हैं। घर को स्वच्छ रखने से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है और शनि देवता भी प्रसन्न होते हैं।
5. शनि साढ़ेसाती या ढैय्या के प्रभाव को करें कम
अगर आपकी कुंडली में शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या चल रही है और आप लगातार किसी न किसी कठिनाई से गुजर रहे हैं, तो यह उपाय कारगर सिद्ध हो सकता है। शनिवार के दिन एक नारियल लें, उसे अपने ऊपर से सात बार वारें और फिर किसी नदी या बहते जल में प्रवाहित कर दें। इसके साथ-साथ गरीबों को मीठे खाद्य पदार्थ जैसे गुड़, हलवा या मिठाई का दान करें। इससे नकारात्मक प्रभाव कम होता है और शनिदेव का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
शनिदेव का क्रोध उतना ही तीव्र होता है, जितनी उनकी कृपा असीम होती है। यदि हम अपने कर्मों को शुद्ध रखें, नियमों का पालन करें और प्रत्येक शनिवार को ऊपर बताए गए उपाय श्रद्धा से करें, तो निश्चित ही शनिदेव की कृपा हमारे जीवन में सुख, समृद्धि और सफलता का द्वार खोल सकती है।
इस शनिवार, डर को नहीं, श्रद्धा को अपनाइए — और शनिदेव से जीवन की हर कठिनाई से मुक्ति पाइए।