संत कबीर जयंती पर हरियाणा सरकार की सामाजिक सौगातें – वेतन बढ़ा, नशा मुक्ति केंद्रों की सौगात, और समरसता का संदेश!

चंडीगढ़, 11 जून: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने संत कबीर दास जयंती के पावन अवसर पर राज्य के नागरिकों को एक के बाद एक सामाजिक उपहार देकर जनसेवा की मिसाल पेश की। सिरसा में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में बोलते हुए उन्होंने न केवल संत कबीर की शिक्षाओं को जीवन का आदर्श बताया, बल्कि सफाई कर्मियों और समाज के कमजोर वर्गों के हित में कई अहम घोषणाएं भी कीं।

सफाई कर्मियों के लिए बड़ी राहत – 2100 रुपये वेतनवृद्धि की घोषणा

समारोह में मुख्यमंत्री सैनी ने सफाई कर्मियों के मासिक वेतन में 2100 रुपये की बढ़ोतरी का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य चरणबद्ध तरीके से सफाई कर्मचारियों का वेतन अगले 5 वर्षों में ₹26,000 तक पहुँचाना है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि यह सिर्फ वादा नहीं, सरकार की प्रतिबद्धता है।
साथ ही मुख्यमंत्री ने बताया कि 5,000 से अधिक संविदा सफाई कर्मियों को संबंधित नगर पालिकाओं के स्थायी रोल पर लाया गया है।

बीमा सुरक्षा भी सुनिश्चित की गई है:

  • ड्यूटी के दौरान मृत्यु पर ₹5 लाख

  • सीवर में कार्य के समय मृत्यु पर ₹10 लाख का बीमा कवर

स्वास्थ्य के क्षेत्र में नशा मुक्ति की नई पहल

नशे की समस्या से जूझते समाज के लिए मुख्यमंत्री ने तीन बड़े कदमों की घोषणा की:

  • संत सरसाई नाथ मेडिकल कॉलेज, सिरसा में 100 बेड का नशा मुक्ति केंद्र स्थापित किया जाएगा।

  • डबवाली के पुराने केंद्र को 10 से बढ़ाकर 30 बेड किया जाएगा।

  • ऐलनाबाद में 30 बेड का नया नशा मुक्ति केंद्र बनाया जाएगा।

इन घोषणाओं के साथ सरकार ने नशा उन्मूलन के अपने संकल्प को और मज़बूती दी है।

संत कबीर की शिक्षाओं को अपनाने का आह्वान

मुख्यमंत्री सैनी ने संत कबीर दास को भारतीय संस्कृति का ‘सामाजिक ज्योति स्रोत’ बताते हुए कहा कि:

“उनकी वाणी आज भी उतनी ही प्रासंगिक है, जितनी उस दौर में थी जब जात-पात और रूढ़ियों से समाज जकड़ा हुआ था।”

उन्होंने नागरिकों से अपील की:

  • संत कबीर की शिक्षाओं को अपने व्यवहार और विचार दोनों में अपनाएं।

  • जातिवाद और भेदभाव से ऊपर उठकर ‘एक भारत – श्रेष्ठ भारत’ के निर्माण में सहभागी बनें।

राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाएं और ‘अंत्योदय’ दर्शन

मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार का ‘अंत्योदय’ दृष्टिकोण — समाज के सबसे अंतिम व्यक्ति तक विकास की रोशनी पहुंचाना — संत कबीर की सोच से प्रेरित है।

  • मुख्यमंत्री विवाह शगुन योजना: SC समुदाय की 2.6 लाख बेटियों की शादी पर ₹71,000 की शगुन राशि

  • अम्बेडकर आवास नवीनीकरण योजना: SC गरीबों के मकानों की मरम्मत के लिए ₹80,000 की सहायता; अब तक 76,985 लाभार्थियों को ₹416 करोड़ वितरित

डीएससी समाज को मिला हक

मुख्यमंत्री सैनी ने यह भी बताया कि डिप्राइव्ड शेड्यूल्ड कास्ट (DSC) समाज को उनका हक देने का काम उनकी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश के तुरंत बाद लागू कर दिया।
मंत्री कृष्ण कुमार बेदी ने इस फैसले को “वर्षों से संघर्ष कर रहे समाज को न्याय मिलने की ऐतिहासिक घड़ी” बताया।

विचारों की विरासत को सम्मान देने की शुरुआत

भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल कौशिक और पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल ने मुख्यमंत्री की योजनाओं को संत कबीर के विचारों की आधुनिक अभिव्यक्ति बताया। उन्होंने कहा कि अब हरियाणा में सिर्फ जयंती नहीं मनाई जाती, बल्कि समाज सुधार की दिशा में ठोस कार्य किया जाता है।

  • संत रविदास, बाबा साहेब अंबेडकर, महर्षि वाल्मीकि और संत कबीर जैसे महापुरुषों की जयंतियाँ अब राज्य स्तरीय स्तर पर मनाई जा रही हैं।

मुख्यमंत्री का संदेश – समरसता ही सच्चा धर्म

मुख्यमंत्री सैनी ने अंत में कहा:

“हरियाणा एक, हरियाणवी एक की भावना को आत्मसात करते हुए हमारी सरकार काम कर रही है। संत कबीर का मार्ग ही राष्ट्रनिर्माण का मार्ग है। आइए, हम सब मिलकर जाति, वर्ग, भाषा, धर्म से ऊपर उठकर एक समरस समाज का निर्माण करें।”