मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने पंचकूला में किया तृतीय पुस्तक मेले का शुभारंभ

हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने पंचकूला में आयोजित तृतीय पुस्तक मेले का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कुरुक्षेत्र, करनाल और झज्जर में बने तीन नए सरदार पटेल पुस्तकालयों का उद्घाटन भी किया। मुख्यमंत्री ने पुस्तक मेले का अवलोकन किया और कई नई पुस्तकों का लोकार्पण किया।

इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी संस्कृति और धरोहर किताबों में ही समाहित है और ज्ञान के बिना जीवन में अंधकार का निवारण नहीं हो सकता। उन्होंने कहा, “ज्ञान की रोशनी से ही हम जीवन के अंधकार को दूर कर सकते हैं।” उन्होंने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह उद्धरण “जहां अंधेरा घना है, वहां दीप जलाना कहां मना है” आज इस पुस्तक मेले में साकार हो रहा है, क्योंकि एक किताब भी दीपक जलाने का काम करती है।

मुख्यमंत्री ने पुस्तक मेले में विभिन्न भाषाओं में उपलब्ध हजारों पुस्तकों की सराहना की और कहा कि इस मेले का उद्देश्य लोगों में ज्ञान की प्यास को जागृत करना है। उन्होंने कहा कि यहाँ आने वाले लोग अपनी रुचि के अनुसार किसी भी विषय पर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। यह मेले समाज में किताबों की अहमियत और ज्ञान के महत्व को बढ़ावा देने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है।

साथ ही, उन्होंने बताया कि शिक्षा के क्षेत्र में हरियाणा सरकार ने कई सकारात्मक कदम उठाए हैं। ज्ञान की देवी सरस्वती की पूजा शिक्षा संस्थानों और पुस्तकालयों में होती है, और इन्हीं स्थानों से हम अपने विषयों की गहन जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। मुख्यमंत्री ने यह भी उल्लेख किया कि उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम ने सीएसआर योजना के तहत पिछले तीन वर्षों में 25 से अधिक पुस्तकालय खोले हैं, जो समाज में शिक्षा के प्रचार-प्रसार में सहायक साबित हो रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने युवाओं के लिए की गई सरकार की पहल का भी जिक्र किया, जिसमें भाजपा सरकार ने प्रदेश के युवाओं के लिए 2 लाख नौकरियों का वादा किया है। उन्होंने कहा कि पुस्तकालयों की भूमिका इन भर्तियों और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में बेहद अहम है। इसके अलावा, सरकार ने जिला मुख्यालयों और कॉलेजों में डिजिटल लाइब्रेरी की व्यवस्था भी शुरू की है, ताकि युवा इंटरनेट और ई-बुक्स के माध्यम से अपनी पढ़ाई में और भी अधिक मदद पा सकें। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि पिछले 10 वर्षों से हरियाणा के युवाओं को बिना किसी खर्च के नौकरियां मिल रही हैं, जो प्रदेश के युवाओं के लिए एक सकारात्मक बदलाव लेकर आई हैं।

मुख्यमंत्री ने राज्य में “म्हारा गांव- जगमग गांव” योजना की सफलता का भी उल्लेख किया, जिसके तहत 86 प्रतिशत गांवों को 24 घंटे बिजली प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि आदर्श ग्राम योजना के तहत 200 से अधिक गांवों को आदर्श गांव बनाने का कार्य जारी है।

मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि सरदार पटेल पुस्तकालयों के निर्माण में 20-20 लाख रुपये की लागत आई है और इन लाइब्रेरियों में कंप्यूटर और इंटरनेट की सुविधाएं प्रदान की गई हैं। इससे आसपास के गांवों के युवाओं को लाभ होगा और वे अपनी पढ़ाई में अधिक उन्नति कर सकेंगे।

इस अवसर पर कालका की विधायक श्रीमती शक्तिरानी शर्मा, ऊर्जा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री ए के सिंह, एसईआईएए के चेयरमैन श्री पीके दास, यूएचबीवीएन के प्रबंध निदेशक डॉ. साकेत कुमार और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री का संदेश: “ज्ञान की शक्ति से ही हम अंधकार से उबर सकते हैं और समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं। पुस्तकें ही हैं जो हमें ज्ञान की दिशा दिखाती हैं।”