Pradhan Mantri Surakshit Matritva Abhiyan – जिले की विभिन्न सरकारी स्वास्थ्य संस्थाओं में आज प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (पीएमएसएमए) दिवस मनाया गया।
इस अवसर पर विशेषज्ञ डॉक्टरों ने गर्भवती महिलाओं की मुफ्त जांच की,
उन्हें सुरक्षित डिलीवरी के लिए जरूरी जानकारी दी और उन्हें पौष्टिक आहार भी प्रदान किया।
Pradhan Mantri Surakshit Matritva Abhiyan – मिशन का उद्देश्य
सिविल सर्जन डॉ. संगीता जैन ने बताया कि इस अभियान के तहत हर महीने की 9 और 23 तारीख को गर्भवती महिलाओं, विशेष रूप से हाई-रिस्क प्रेग्नेंसी वाली महिलाओं की जांच की जाती है।
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य दूसरी और तीसरी तिमाही की गर्भवती महिलाओं की जांच करना,
हाई-रिस्क प्रेग्नेंसी की पहचान करना और उन्हें सही समय पर उचित इलाज प्रदान करना है।
गैर-प्रशिक्षित लोगों से डिलीवरी कराना खतरनाक
डॉ. जैन ने गर्भवती महिलाओं और उनके परिवारों से अपील की कि वे डिलीवरी के लिए केवल सरकारी या प्रशिक्षित स्वास्थ्य सेवाओं का ही सहारा लें।
उन्होंने कहा, “गैर-प्रशिक्षित व्यक्ति से डिलीवरी कराने से जच्चा और बच्चा दोनों की जान को खतरा हो सकता है।
” उन्होंने बताया कि हर गर्भवती महिला के लिए चार एएनसी चेकअप (एंटी-नेटल चेकअप) बेहद जरूरी हैं, जो सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर बिल्कुल मुफ्त उपलब्ध हैं।
Pradhan Mantri Surakshit Matritva Abhiyan – मुफ्त सेवाओं का लाभ उठाएं
स्वास्थ्य विभाग द्वारा सरकारी अस्पतालों में दी जा रही मुफ्त सुविधाओं का जिक्र करते हुए
उन्होंने कहा कि सरकारी स्वास्थ्य संस्थाएं पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं कि गर्भवती महिलाओं
और नवजात शिशुओं को बेहतरीन स्वास्थ्य सेवाएं दी जाएं।
डॉ. जैन ने कहा, “सरकारी योजनाओं और कार्यक्रमों को सही ढंग से लागू कर आम जनता को स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराना हमारा प्राथमिक उद्देश्य है।”
जांच और उपचार के फायदे
इस अभियान के तहत गर्भवती महिलाओं की मुफ्त जांच के साथ उन्हें पोषण, वैक्सीनेशन
और हाई-रिस्क प्रेग्नेंसी के मामलों में विशेषज्ञों से इलाज की सुविधा दी जाती है।
महिलाओं को सुरक्षित मातृत्व और उनके नवजात शिशुओं के अच्छे स्वास्थ्य के लिए जागरूक भी किया जाता है।