हरियाणा के लोक निर्माण मंत्री Ranbir Gangwa ने सड़क सुरक्षा के महत्व को रेखांकित करते हुए प्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सड़क सुरक्षा कोष बनाने की घोषणा की।
इसके साथ ही, उन्होंने प्रदेश में सड़कों की गुणवत्ता को सुधारने के लिए आधुनिक तकनीक और उपकरणों का इस्तेमाल करने पर जोर दिया।
लोक निर्माण मंत्री श्री गंगवा ने पंचकूला के सेक्टर-1 स्थित पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में सड़क सुरक्षा सप्ताह (11 से 17 जनवरी) के उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में यह बात कही।
मंत्री Ranbir Gangwa – सड़क सुरक्षा और गुणवत्ता सुधार के लिए कदम
1.गड्ढे मुक्त सड़कें: श्री गंगवा ने निर्देश दिए कि प्रदेश की सभी सड़कों को गड्ढे मुक्त बनाया जाए।
यह सड़क हादसों को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
2.सफेद पट्टी का काम: पीडब्ल्यूडी विभाग ने 3700 किलोमीटर सड़कों पर सफेद पट्टी लगाई है,
जो कोहरे और धुंध के दौरान वाहन चालकों को रास्ता दिखाने में मददगार साबित होगी।
3.गुणवत्ता जांच के लिए आधुनिक यंत्र: विभाग सड़क निर्माण की गुणवत्ता जांचने के लिए आधुनिक उपकरण खरीद रहा है,
जो निर्माण के दौरान और बाद में सड़क की मजबूती की जानकारी देंगे।
4.साइन बोर्ड और रिफ्लेक्टर्स: जरूरत वाले स्थानों पर साइन बोर्ड, ब्रेकर, रिफ्लेक्टर और अन्य सुरक्षा उपकरण लगाए जाएंगे।
मंत्री Ranbir Gangwa – युवाओं को किया जाएगा जागरूक
श्री गंगवा ने कहा कि स्कूल और कॉलेजों के पास सड़क दुर्घटनाओं की संभावना अधिक रहती है।
इसलिए छात्रों को यातायात नियमों और सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करने के लिए शिविर लगाए जाएंगे।
सड़क निर्माण के नए मानक
•पीडब्ल्यूडी विभाग ने सड़क निर्माण के दौरान इस्तेमाल की जाने वाली सामग्री और तकनीकों की प्रदर्शनी लगाई।
•प्रदर्शनी में भविष्य में इस्तेमाल होने वाले उपकरणों को भी प्रदर्शित किया गया।
प्रधानमंत्री ग्रामीण संपर्क योजना-4 का जिक्र
कार्यक्रम में केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय के संयुक्त सचिव श्री अमित शुक्ला ने बताया
कि प्रधानमंत्री ग्रामीण संपर्क योजना-4 के तहत गांवों में संपर्क सड़कों का निर्माण किया जाएगा।
विशेषज्ञों की कार्यशालाएं
सड़क सुरक्षा सप्ताह के दौरान विशेषज्ञों ने अधिकारियों और कर्मचारियों को सड़क सुरक्षा और नई तकनीकों के बारे में प्रशिक्षण दिया।
प्रमुख उपस्थित अधिकारी
इस कार्यक्रम में इंजीनियर इन चीफ राजीव यादव, एचएसआरडीसी के एमडी वीरेन्द्र मलिक, चीफ इंजीनियर योगेश मोहन मेहरा, और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
हरियाणा सरकार के इन कदमों का उद्देश्य सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाना और सुरक्षित एवं गुणवत्तापूर्ण सड़कें उपलब्ध कराना है।