राधा स्वामी सत्संग ब्यास Charitable Hospital Bhota के लिए एक महत्वपूर्ण खबर सामने आई है। र
विवार को मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने ओक ओवर में अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की।
इस बैठक में उन्होंने स्पष्ट किया कि राज्य सरकार अस्पताल की भूमि हस्तांतरण को लेकर गंभीर है
और अस्पताल को कार्यशील बनाए रखने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार चाहती है कि अस्पताल बंद न हो,
ताकि आसपास के क्षेत्रों के लोग गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्राप्त कर सकें।
Charitable Hospital Bhota को राहत
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि आगामी 18 दिसंबर से धर्मशाला में शुरू होने वाले विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन लैंड सीलिंग एक्ट में संशोधन के लिए विधेयक पेश किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि चैरिटेबल अस्पताल भोटा से संबंधित भूमि मुद्दा पिछले एक दशक से लटका हुआ है,
और इससे पहले भाजपा सरकार के दौरान भी इस पर चर्चा हुई थी,
लेकिन कोई ठोस समाधान नहीं निकल सका था।
अब, वर्तमान सरकार जनहित में इसे हल करने के लिए कदम उठा रही है
और लैंड सीलिंग एक्ट में संशोधन के लिए विधेयक लाने जा रही है।
बैठक में मौजूद
इस बैठक में विधायक सुरेश कुमार, कमलेश ठाकुर, अतिरिक्त मुख्य सचिव ओंकार चंद शर्मा, महाधिवक्ता अनूप रतन और विधि सचिव शरद कुमार लगवाल भी मौजूद थे।
इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने शिमला में आयोजित एक उच्च शिक्षा विभाग के प्रधानाचार्य सम्मेलन में कहा कि प्रदेश सरकार अब सरकारी विभागों के वार्षिक गोपनीय रिपोर्ट (ए.सी.आर.) फार्म में बदलाव करेगी।
नई प्रणाली में न्यूमैरिकल आधारित पद्धति को अपनाया जाएगा और इसके सफल कार्यान्वयन के लिए ऑनलाइन प्रणाली तैयार की जा रही है।