“Ravinder Pal Singh: दिनभर चुनावी प्रचार, शाम को बिकते हैं बर्गर, सुरक्षा हमेशा है उनके ठेले के आसपास”

"Ravinder Pal Singh: दिनभर चुनावी प्रचार, शाम को बिकते हैं बर्गर, सुरक्षा हमेशा है उनके ठेले के आसपास"

Ravinder Pal Singh: बर्गर वाले से स्वतंत्र उम्मीदवार, लुधियाना लोकसभा क्षेत्र में बर्गर बेचने वाले Ravinder Pal Singh (बाबा जी बर्गर वाले), एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में दूसरी बार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। वह दिनभर अपने दो-पहिया वाहन पर प्रचार करते हैं और शाम को अपने बर्गर स्टॉल में बर्गर बेचते हैं। Ravinder Pal Singh ने अपने बर्गरों को ‘जग्गा डाकू बर्गर’, ‘पंजाब पुलिस बर्गर’ और ‘ए.के. 47 बर्गर’ जैसे नाम दिए हैं और ये बर्गर लुधियाना में बहुत पसंद किए जाते हैं।

युवाओं को आकर्षित करने के लिए अनूठे नाम

रविंदर पाल सिंह ने अपने बर्गरों को युवाओं को आकर्षित करने के लिए अनूठे नाम दिए हैं। इन नामों जैसे ‘जग्गा डाकू बर्गर’, ‘पंजाब पुलिस बर्गर’ और ‘ए.के. 47 बर्गर’ ने लुधियाना के लोगों का ध्यान आकर्षित किया है। इन अनूठे नामों के कारण, उनके बर्गर बहुत ही लोकप्रिय हो गए हैं।

रविंदर पाल सिंह का यह अनूठा चुनावी प्रयास लोगों को हैरान कर रहा है। उनका संघर्ष और उनकी प्रेरणादायक कहानी लोगों को प्रेरित कर रही है। लुधियाना के लोग उनके साथ हैं और उनका समर्थन कर रहे हैं।

"Ravinder Pal Singh: दिनभर चुनावी प्रचार, शाम को बिकते हैं बर्गर, सुरक्षा हमेशा है उनके ठेले के आसपास"

Ravinder Pal Singh: बर्गर वाले से स्वतंत्र उम्मीदवार

लुधियाना लोकसभा क्षेत्र में बर्गर बेचने वाले Ravinder Pal Singh (बाबा जी बर्गर वाले), एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में दूसरी बार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। वह दिनभर अपने दो-पहिया वाहन पर प्रचार करते हैं और शाम को अपने बर्गर स्टॉल में बर्गर बेचते हैं। Ravinder Pal Singh ने अपने बर्गरों को ‘जग्गा डाकू बर्गर’, ‘पंजाब पुलिस बर्गर’ और ‘ए.के. 47 बर्गर’ जैसे नाम दिए हैं और ये बर्गर लुधियाना में बहुत पसंद किए जाते हैं।

युवाओं को आकर्षित करने के लिए अनूठे नाम

रविंदर पाल सिंह ने अपने बर्गरों को युवाओं को आकर्षित करने के लिए अनूठे नाम दिए हैं। इन नामों जैसे ‘जग्गा डाकू बर्गर’, ‘पंजाब पुलिस बर्गर’ और ‘ए.के. 47 बर्गर’ ने लुधियाना के लोगों का ध्यान आकर्षित किया है। इन अनूठे नामों के कारण, उनके बर्गर बहुत ही लोकप्रिय हो गए हैं।

सुरक्षा कर्मियों का साथ

रविंदर पाल सिंह को चुनाव आयोग द्वारा उनकी सुरक्षा के लिए प्रदान की गई सुरक्षा कर्मियों का साथ भी मिलता है। यह सुरक्षा कर्मी उनके बर्गर स्टॉल में ही ठहरते हैं।

परिवार की जिम्मेदारी

रविंदर पाल सिंह की यह कहानी हमें उनकी मेहनत और परिवार की जिम्मेदारी के बारे में सिखाती है। उन्होंने अपने परिवार के लिए बर्गर बेचने का काम संभाल लिया और वह 2007 से बर्गर बेच रहे हैं।

चुनावी मुद्दे

Ravinder Pal Singh के चुनावी मुद्दे हैं नशे और कैंसर से मुक्ति दिलाना और सस्ती शिक्षा प्रदान करना। उनका संघर्ष और उनकी प्रेरणादायक कहानी लोगों को प्रेरित कर रही है। लुधियाना के लोग उनके साथ हैं और उनका समर्थन कर रहे हैं।

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