पुतिन की Nuclear Policy, पश्चिमी देशों को दे डाली ये डरावनी चेतावनी !

Putin Nuclear Policy : रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने हाल ही में अपनी देश की परमाणु नीति में बड़े बदलाव किए हैं।

ये बदलाव खासतौर पर रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को देखते हुए किए गए हैं।

पुतिन ने कहा कि यह बदलाव बहुत जरूरी था क्योंकि स्थिति अब बदल चुकी है, और रूस को अपनी सुरक्षा के लिए नए कदम उठाने पड़े हैं।

चलिए बताते है क्या है Putin Nuclear Policy ?

रूस ने अपनी Nuclear policy में अब ये कहा है कि अगर कोई गैर-परमाणु देश (जैसे यूक्रेन) रूस पर हमला करता है

और उसे कोई परमाणु शक्ति (जैसे अमेरिका या यूरोपीय देश) मदद देती है,

तो रूस इसे एक “संयुक्त हमला” मानेगा।

इसका मतलब यह है कि रूस परमाणु हथियारों का इस्तेमाल कर सकता है, जैसे किसी हमले का जवाब देने के लिए।

इसके अलावा, रूस ने यह भी कहा है कि अगर उस पर कोई बड़ा पारंपरिक हमला होता है,

जैसे ड्रोन हमले या मिसाइल से हमला, तो रूस इसका भी जवाब परमाणु हथियारों से दे सकता है।

यानी रूस अब और भी ज्यादा परिस्थितियों में परमाणु हमले का इस्तेमाल कर सकता है।

पश्चिमी देशों को चेतावनी –

यह नया नियम खास तौर पर पश्चिमी देशों के लिए एक चेतावनी है।

हाल ही में अमेरिका ने यूक्रेन को कुछ ऐसे मिसाइलों का इस्तेमाल करने की इजाजत दी थी,

जो रूस के अंदर गहरे इलाकों तक हमला कर सकती हैं।

पुतिन ने पहले ही चेतावनी दी थी कि अगर पश्चिमी देशों ने यूक्रेन को ऐसी मदद दी,

तो यह रूस और पश्चिम के बीच सीधे टकराव की वजह बन सकता है।

पुतिन का कहना है कि पश्चिमी देशों को यह समझना चाहिए कि अगर यूक्रेन को और विकसित हथियार दिए गए,

तो रूस इसको अपनी सुरक्षा के लिए खतरा मानेगा और इसका जवाब परमाणु हथियारों से दे सकता है।

क्या इसका मतलब है बड़ा संकट?

रूस का यह कदम दुनिया भर में चिंता बढ़ा सकता है।

अब यह सवाल उठता है कि अगर रूस और पश्चिमी देशों के बीच तनाव बढ़ता है,

तो क्या ये युद्ध परमाणु हमले तक पहुंच सकता है?

इस समय पूरी दुनिया की नजरें इस पर हैं कि रूस और पश्चिमी देशों के बीच यह स्थिति कैसे आगे बढ़ेगी।

Isha Chauhan:

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