पंजाब ने मानवता की सेवा में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है, जब राज्य ने स्वैच्छिक सेवा और Blood Donation के क्षेत्र में देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में तीसरा स्थान हासिल किया।
यह मान्यता 1 अक्टूबर, 2024 को जयपुर, राजस्थान में आयोजित
‘इंडिया ब्लड डोनेशन एनजीओ कॉन्क्लेव’ के दौरान भारत सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की ब्लड ट्रांसफ्यूजन सेवाओं (बीटीएस) द्वारा दी गई।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने इस उपलब्धि के लिए स्टेट ब्लड ट्रांसफ्यूजन काउंसिल, पंजाब को बधाई दी।
उन्होंने कहा कि यह सम्मान वर्ष 2023-24 के दौरान उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए दिया गया है।
इस अवधि में काउंसिल ने 11,109 रक्तदान शिविर आयोजित किए
और भारत सरकार के 460,000 यूनिट रक्त के लक्ष्य को पार करते हुए कुल 493,000 यूनिट रक्त एकत्र किया।
Blood Donation : सम्मान की प्राप्ति
यह पुरस्कार बीटीएस/पीएसबीटीसी के संयुक्त निदेशक डॉ. सुनीता देवी और श्री सुरिंदर सिंह ने पंजाब की ओर से प्राप्त किया।
डॉ. बलबीर सिंह ने स्वास्थ्य और रक्त संचार टीमों की निरंतर मेहनत की सराहना की,
जो सुरक्षित रक्त की आपूर्ति सुनिश्चित करने में जुटी हुई हैं।
उन्होंने परियोजना निदेशक पीएसएसीएस-कम-निदेशक, पीएसबीटीसी, वरिंदर कुमार शर्मा के नेतृत्व
और समर्थन की भी प्रशंसा की, जो लोकहितकारी पहलों को आगे बढ़ाने में मदद कर रहे हैं।
पंजाब का रक्त सेंटर नेटवर्क
डॉ. बलबीर सिंह ने बताया कि पंजाब में 182 लाइसेंस प्राप्त ब्लड सेंटरों का एक मजबूत नेटवर्क मौजूद है,
जिसमें 49 सरकारी ब्लड सेंटर शामिल हैं। ये सेंटर जरूरतमंद मरीजों के लिए व्यापक रक्त कवरेज सुनिश्चित करते हैं।
इनमें से 83 लाइसेंस प्राप्त ब्लड कंपोनेंट सेपरेशन यूनिट्स (बीसीएसयू) हैं,
जिनमें 26 सरकारी यूनिट्स हैं। ये यूनिट्स प्लेटलेट्स और प्लाज्मा जैसे महत्वपूर्ण रक्त घटकों की उपलब्धता सुनिश्चित करती हैं,
जिससे मरीजों की देखभाल में सुधार होता है।
मुफ्त रक्त उपलब्धता
स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी कहा कि पंजाब के सभी सार्वजनिक स्वास्थ्य संस्थानों, जैसे जिला अस्पताल, उप-जिला अस्पताल,
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी), प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) और सरकारी मेडिकल कॉलेजों में मरीज़ों के लिए मुफ्त रक्त उपलब्ध है।
इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी व्यक्ति इस जीवन रक्षक संसाधन से वंचित न रहे।
इस प्रकार, पंजाब ने रक्तदान और मानवता की सेवा में एक नया अध्याय लिखा है।
अब, यह सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गया है कि किस प्रकार एकजुट होकर हम समाज में बदलाव ला सकते हैं।
राज्य के रक्तदान प्रयासों को आगे बढ़ाते हुए,
पंजाब ने एक बार फिर से अपनी सामाजिक जिम्मेदारी को निभाने का उदाहरण पेश किया है।