चंडीगढ़, 28 फरवरी: पंजाब सरकार ने राज्य के सरकारी स्कूलों में छात्रों को अधिक पढ़ने के लिए प्रेरित करने और लाइब्रेरी सुविधाओं को मजबूत करने के उद्देश्य से 15 करोड़ रुपये की ग्रांट राशि जारी की है। इस राशि से प्राइमरी, मिडल, हाई और सीनियर सेकेंडरी स्कूलों की लाइब्रेरियों के लिए पुस्तकें खरीदी जाएंगी।
हर स्कूल को मिलेगा अनुदान
पंजाब के स्कूल शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने बताया कि इस अनुदान के तहत:
•प्रत्येक प्राइमरी स्कूल को ₹5,000
•प्रत्येक मिडल स्कूल को ₹13,000
•प्रत्येक हाई और सीनियर सेकेंडरी स्कूल को ₹15,000
आवंटित किए गए हैं, ताकि छात्रों को बेहतर अध्ययन सामग्री उपलब्ध करवाई जा सके।
राज्य स्तरीय कमेटी बनाएगी किताबों की सूची
स्कूलों के लिए सही और उच्च गुणवत्ता वाली पुस्तकें खरीदने के लिए विशेषज्ञों की एक राज्य स्तरीय कमेटी गठित की गई है। यह कमेटी पुस्तक सूची तैयार करेगी, जिससे छात्रों को साहित्य, विज्ञान, संस्कृति और समसामयिक विषयों पर ज्ञानवर्धक सामग्री मिल सके।
छात्रों में पढ़ने की आदत को बढ़ावा देने पर जोर
हरजोत सिंह बैंस ने कहा, “हमारा लक्ष्य पंजाब को शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनाना है। मैं खुद स्कूलों का दौरा कर रहा हूँ और छात्रों व शिक्षकों से संवाद कर रहा हूँ ताकि शिक्षा प्रणाली को और अधिक प्रभावी बनाया जा सके।” उन्होंने शिक्षकों से अपील की कि वे छात्रों को परीक्षा के बाद पुस्तकें पढ़ने के लिए प्रेरित करें, ताकि वे अपनी बौद्धिक क्षमता को और विकसित कर सकें।
पंजाब के स्कूलों को मिलेगी आधुनिक लाइब्रेरी सुविधा
मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार स्कूल लाइब्रेरियों को आधुनिक बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। यह पहल छात्रों को विश्वस्तरीय शिक्षा प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
जिला-वार ग्रांट आवंटन
पंजाब के विभिन्न जिलों में स्कूल लाइब्रेरियों के लिए इस प्रकार राशि आवंटित की गई है:
📚 अमृतसर: ₹98.44 लाख
📚 लुधियाना: ₹123.87 लाख
📚 जालंधर: ₹107.24 लाख
📚 होशियारपुर: ₹128.37 लाख
📚 गुरदासपुर: ₹113 लाख
📚 पटियाला: ₹97.58 लाख
📚 फिरोजपुर: ₹61.51 लाख
📚 रूपनगर: ₹63.97 लाख
📚 तरन तारन: ₹62 लाख
📚 संगरूर: ₹60.36 लाख
📚 फतेहगढ़ साहिब: ₹51.22 लाख
छात्रों के ज्ञानवर्धन की दिशा में महत्वपूर्ण कदम
इस पहल से छात्रों की ज्ञान प्राप्ति की रुचि बढ़ेगी और उन्हें अधिक से अधिक पुस्तकें पढ़ने के लिए प्रेरित किया जाएगा। इससे न केवल उनकी शैक्षणिक क्षमता में वृद्धि होगी, बल्कि उन्हें समाज, विज्ञान, कला और संस्कृति के विभिन्न पहलुओं की भी समझ मिलेगी।