पंजाब ओलंपिक एसोसिएशन ने ओलंपियन मोहिंदर सिंह गिल को ‘हॉल ऑफ फेम’ से किया सम्मानित

Mohinder Singh Gill : Hall of Fame

पंजाब ओलंपिक एसोसिएशन ने अपने मोहाली कार्यालय में भारतीय एथलीट और ओलंपियन Mohinder Singh Gill को ‘ Hall of Fame’ से सम्मानित किया।

यह सम्मान उन्हें उनके विशेष योगदान और खेल जगत में उनके द्वारा किए गए अभूतपूर्व कार्यों के लिए दिया गया।

Mohinder Singh Gill को ‘ Hall of Fame’ से सम्मानित

पंजाब ओलंपिक एसोसिएशन के महासचिव राजा केएस सिद्धू ने मोहिंदर सिंह गिल को ‘हॉल ऑफ फेम’ में उनकी तस्वीर दिखाते हुए उन्हें सम्मानित किया।

इस विशेष मौके पर गिल की तस्वीर उस हॉल में प्रदर्शित की गई,

जहां राज्य को गौरवान्वित करने वाले खिलाड़ियों की उपलब्धियों का जश्न मनाया जाता है।

एसोसिएशन ने उन्हें एक स्मृति चिन्ह भी भेंट किया,

और इस मौके पर गिल की जीवनी लिख रहे एसोसिएशन के मीडिया सलाहकार नवदीप सिंह गिल को भी सम्मानित किया गया।

भारतीय एथलेटिक्स की दुनिया में एक प्रतिष्ठित नाम

मोहिंदर सिंह गिल, जो पिछले 50 वर्षों से अमेरिका में रह रहे हैं, भारतीय एथलेटिक्स की दुनिया में एक प्रतिष्ठित नाम हैं।

उन्होंने 1970 के बैंकॉक एशियाई खेलों में ट्रिपल जंप में स्वर्ण पदक जीता था

और 1974 के तेहरान एशियाई खेलों में रजत पदक जीता।

इसके अलावा, उन्होंने एशियन चैम्पियनशिप में तीन बार स्वर्ण पदक, 1974 के क्राइस्टचर्च राष्ट्रमंडल खेलों में रजत पदक

और 1970 के एडिनबर्ग राष्ट्रमंडल खेलों में कांस्य पदक जीते।

1971 में प्री-ओलंपिक में रजत पदक जीता

उन्होंने 1971 में प्री-ओलंपिक में रजत पदक जीता और 1972 के म्यूनिख ओलंपिक में भी भारत का प्रतिनिधित्व किया।

अमेरिका में रहते हुए, उन्होंने लगातार पांच बार एनसीएए चैंपियनशिप जीती

और 50 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भी जीत हासिल की।

भारत सरकार द्वारा उन्हें अर्जुन पुरस्कार और पंजाब सरकार द्वारा महाराजा रणजीत सिंह पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।

वह अमेरिका की कैली पॉली यूनिवर्सिटी के ‘हॉल ऑफ फेम’ में शामिल होने वाले पहले एशियाई एथलीट बने।

मोहिंदर सिंह गिल की जीवन यात्रा और उनके खेलों में योगदान को अब एक किताब के रूप में लिखा जा रहा है,

जो उनकी उपलब्धियों और संघर्षों को और विस्तार से बताएगी।