Punjab में अंतिम चरण का मतदान: किसान आंदोलन और शहरी वोटों पर नजर, Punjab में मतदान अपने अंतिम चरण में है। अंतिम चरण में होने के बावजूद, यह स्पष्ट नहीं है कि Punjab के चुनावी मैदान में कौन सी राजनीतिक पार्टी आगे है।
राजनीतिक पार्टियों को Punjab में अधिकतम समय मिला। चाहे उम्मीदवार तय करने की बात हो या राजनीतिक दांव लगाने की, सभी ने पूरी कोशिश की। इसके बावजूद, यह नहीं कहा जा सकता कि Punjab की 13 सीटों पर किसका दबदबा रहेगा। इसका मुख्य कारण किसान आंदोलन है। किसान आंदोलन के अलावा, राज्य में संप्रदाय, रोजगार और कानून व्यवस्था के मुद्दों पर भी चर्चा हो रही है, लेकिन जनता चुप है।
किसान आंदोलन के बढ़ते गुस्से को देखते हुए, ऐसा लगता है कि इस बार राज्य के गांवों में अच्छी वोटिंग नहीं होगी। हर बार की तरह गांवों में शहरों की तुलना में बेहतर मतदान देखा जाता है, लेकिन इस बार किसान आंदोलन के कारण हर राजनीतिक पार्टी का ध्यान शहरी वोटों पर है।
इन बड़े चेहरों की रैलियाँ होंगी अगले सात दिनों में
प्रधानमंत्री Narendra Modi 23 और 24 मई को Punjab में चुनावी रैलियां करेंगे। दिल्ली के मुख्यमंत्री Arvind Kejriwal 25 मई को Punjab आएंगे और BSP सुप्रीमो मायावती 24 मई को। इसके अलावा, Congress 23 से 29 मई के बीच तीन बड़ी रैलियां करेगी, जिनमें राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और Congress के अन्य वरिष्ठ नेता एक मंच पर दिखेंगे।
शिरोमणि अकाली दल और भाजपा की तैयारी
शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर बादल अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ एक बड़ी चुनावी रैली कर सकते हैं। प्रधानमंत्री Modi भाजपा की पटियाला उम्मीदवार परनीत कौर के लिए वोट मांगने की शुरुआत करेंगे। गृह मंत्री अमित शाह के कार्यक्रमों को अंतिम रूप दिया जा रहा है, जबकि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लुधियाना, बटाला और जालंधर में कार्यक्रम तय किए जा रहे हैं। हालांकि, अब तक पार्टी का ध्यान प्रधानमंत्री के कार्यक्रम पर है।
बड़े नेताओं का जमावड़ा
जालंधर, पटियाला और गुरदासपुर में बड़े नेताओं ने डेरा डाला हुआ है। BSP सुप्रीमो मायावती भी 24 मई को Punjab आ रही हैं। इस दौरान वह नवांशहर निर्वाचन क्षेत्र में रैली करेंगी। अब तक उनका समय सुबह 11 बजे तय किया गया है। मायावती ने खुद अपने Punjab दौरे की जानकारी मीडिया के साथ साझा की है।