Punjab की Election लड़ाई: 52 अनुभवी उम्मीदवारों के बीच 13 लोकसभा सीटों पर मुख्य रूप से राजनीतिक टकराव, Punjab में 1 जून को लोकसभा के आठवें और अंतिम चरण की मतदान आयोजित होगी। राज्य में किसान आंदोलन की धमाकेदार धुंध की चरम स्थिति है, जिसने हर राजनीतिक पार्टी को जलाया है। वहीं, चार प्रमुख पार्टियों आम आदमी पार्टी (AAP), Congress, अकाली दल (SAD) और BJP (BJP) के उम्मीदवारों के लिए राजनीतिक मैदान पूरी तरह से तैयार है। इन पार्टियों के 52 उम्मीदवार चुनावी घमासान के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
जालंधर:
SAD – मोहिंदर सिंह केपी (67)
AAP – पवन कुमार टीनू (58)
BJP – सुशील कुमार रिंकू (49)
Congress – चरंजीत सिंह चन्नी (61)
अमृतसर:
Congress – गुरजीत सिंह औजला (51)
AAP – कुलदीप सिंह धालीवाल (61)
BJP – तरनजीत सिंह संधू (61)
SAD – अनिल जोशी (60)
बठिंडा:
BJP – परमपाल कौर (59)
Congress – जीतमोहिंदर सिंग (60)
AAP – गुरमीत सिंह खुदियां (61)
SAD – हरसिमरत कौर बदल (57)
आनंदपुर साहिब:
Congress – विजय इंद्र सिंघला (52)
AAP – मालविंदर सिंघ कांग (45)
BJP – सुभाष शर्मा (46)
SAD – प्रेम सिंघ चंदूमाजरा (74)
फिरोजपुर:
Congress – शेर सिंह घुबाया (61)
AAP – जगदीप सिंह काका ब्रार (57)
BJP – गुरमीत सिंह सोधी (70)
SAD – नरदेव सिंह बॉबी (49)
इन सभी सीटों पर चुनावी महौल तेजी से बढ़ रहा है और राजनीतिक दलों के उम्मीदवार अपने प्रतिस्पर्धियों के खिलाफ अपनी बढ़त बना रहे हैं। यहां चरण अभी बाकी है, लेकिन चुनावी जंग अब से ही गरमा गरम है। जब तक 17 मई को नामांकन वापस नहीं लिया जाता है, तब तक इन 52 उम्मीदवारों का बीच का मुकाबला जारी रहेगा।
यह आर्टिकल Punjab के लोकसभा चुनावों के बारे में है, जो 1 जून को आखिरी चरण में होंगे। चुनावी लड़ाई मुख्य रूप से चार प्रमुख पार्टियों – AAP, Congress, SAD, और BJP के 52 अनुभवी उम्मीदवारों के बीच होगी। सभी सीटों पर राजनीतिक टकराव है और उम्मीदवार अपनी बढ़त बना रहे हैं। चुनावी माहौल गरम है और इसके बारे में बहुत ही उल्लेखनीय जानकारी है। चुनावी चरण की आखिरी तारीख से पहले, हर उम्मीदवार अपनी बढ़त के लिए तैयार हैं।