पंजाब सरकार का बड़ा फैसला, प्रशासन में नई हलचल!

चंडीगढ़, 15 अप्रैल: पंजाब सरकार ने एक बार फिर से प्रशासनिक सर्जरी करते हुए 5 IAS अधिकारियों सहित कुल 7 वरिष्ठ अधिकारियों के तबादले किए हैं। यह कदम प्रदेश में सुशासन को और अधिक प्रभावी बनाने के उद्देश्य से उठाया गया है। इन तबादलों के जरिए सरकार ने कई विभागों की जिम्मेदारी नए अधिकारियों को सौंपी है, जिससे स्पष्ट संकेत मिलता है कि प्रशासनिक स्तर पर बदलाव की बयार चल रही है।

बसंत गर्ग को मिली बड़ी जिम्मेदारी

इन तबादलों में सबसे अहम नाम है IAS बसंत गर्ग का, जिन्हें अब कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के प्रशासनिक सचिव के रूप में तैनात किया गया है। इसके साथ ही उन्हें स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के सचिव का पदभार भी सौंपा गया है।
यही नहीं, उन्हें राज्य में नशा विरोधी अभियान के नोडल अधिकारी का अतिरिक्त कार्यभार भी दिया गया है। यह कदम राज्य सरकार के नशे के खिलाफ सख्त रुख को दर्शाता है।

ये हैं तबादले की सूची में शामिल अन्य अधिकारी:

  • सोनाली गिरि – विभागीय जिम्मेदारियों में बदलाव

  • कुमार अमित – नई तैनाती के आदेश

  • अमित तलवार – कार्यक्षेत्र में फेरबदल

  • हरगुनजीत कौर – नई भूमिका में नियुक्त

  • कल्पना के – प्रशासनिक पुनर्गठन के तहत स्थानांतरण

  • गुरिंदर सिंह सोढी – नई ज़िम्मेदारी मिली

(नोट: संबंधित विभागों की विस्तृत जानकारी सरकार द्वारा जारी अधिसूचना में शामिल है)

सरकार का उद्देश्य – सुशासन और जवाबदेही

राज्य सरकार का कहना है कि इन तबादलों का उद्देश्य प्रशासनिक दक्षता को बढ़ाना, महत्वपूर्ण योजनाओं को तेज़ी से लागू करना, और लंबित कार्यों को गति देना है। खासकर स्वास्थ्य और कृषि जैसे संवेदनशील विभागों में योग्य अधिकारियों की नियुक्ति से जनता को सीधा लाभ मिलने की उम्मीद है।

राजनीतिक गलियारों में हलचल

इन तबादलों को लेकर राजनीतिक चर्चाएं भी तेज हैं। सूत्रों का कहना है कि कुछ स्थानों पर प्रदर्शन और शिकायतों के बाद सरकार ने यह कदम उठाया है। नशे के खिलाफ अभियान को और ज़्यादा प्रभावी बनाने के लिए भी बसंत गर्ग जैसे अनुभवी अफसर को जिम्मेदारी सौंपना एक रणनीतिक निर्णय माना जा रहा है।

इन बड़े पैमाने पर हुए तबादलों से साफ है कि पंजाब सरकार प्रशासनिक मोर्चे पर सख्ती और सुधार दोनों के साथ आगे बढ़ रही है। अब देखना होगा कि ये बदलाव धरातल पर कितना असर दिखा पाते हैं और जनता को कितनी राहत मिलती है।