PM Narendra Modi : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और साथ ही केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह आज चंडीगढ़ रैली में पहुंचे ।
गौरतलब है कि 3 दिसंबर यानि के आज नरेंद्र मोदी और अमित शाह PEC (पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज) में होने वाले कार्यक्रम में पहुंचे।
ख़ास बात ये है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन नए आपराधिक कानूनों के सफल अमल को राष्ट्र को समर्पित किया है।
आपको बता दें कि ये 3 कानून कौन से हैं – PM Narendra Modi
1. भारतीय न्याय संहिता
2. भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता
3. भारतीय साक्ष्य अधिनियम
यह 1 जुलाई को प्रभावी हुए, जिन्होंने ब्रिटिश-युग के भारतीय दंड संहिता, आपराधिक प्रक्रिया संहिता और भारतीय साक्ष्य अधिनियम की जगह ली।
जिस से अब चंडीगढ़ देश की पहली प्रशासनिक इकाई बन गई है
जहां तीनों कानूनों का 100% implement किया गया है।
इस अवसर पर बोलते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि “भारतीय दंड संहिता (आईपीसी), 1860, दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी),
1973 और भारतीय साक्ष्य अधिनियम, 1872 अंग्रेजों द्वारा 1857 के पहले बड़े स्वतंत्रता संग्राम के बाद लाए गए थे।”
साथ ही बोलते हुए कहा कि “इन सभी कानूनों का उद्देश्य भारतीयों को दंडित करना और उन्हें गुलाम बनाए रखना था
और अफसोस की बात है कि स्वतंत्रता मिलने के बाद भी दशकों तक हमारे कानून उसी कानूनी प्रणाली
और दंडात्मक मानसिकता के इर्द-गिर्द घूमते रहे…
समय-समय पर इन कानूनों में सुधार के प्रयास किए गए लेकिन उनका चरित्र वही रहा।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि “एक स्वतंत्र देश में, हम उन कानूनों का बोझ क्यों उठाएं जो गुलामों के लिए बनाए गए थे? –
हमने कभी खुद से यह सवाल नहीं पूछा, ना ही जो लोग शासन कर रहे थे,
उन्होंने इस मुद्दे पर विचार-विमर्श करने की जरूरत महसूस की।
गुलामी की मानसिकता ने भारत के विकास को प्रभावित किया”
अब क्या सच में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस घोषणा से नए कानूनों को अमल में लाया जाएगा।