PM किसान सम्मान निधि की 19वीं किस्त जारी, हरियाणा के 16.38 लाख किसानों को मिला 360 करोड़ रुपये का लाभ!

चंडीगढ़, 25 फरवरी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को मजबूत करते हुए बिहार के भागलपुर से पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत 19वीं किस्त जारी की। इस योजना के तहत हरियाणा के 16 लाख 38 हजार किसानों के खातों में लगभग 360 करोड़ रुपये की राशि ट्रांसफर की गई। इस मौके पर झज्जर में राज्य स्तरीय किसान सम्मान समारोह का आयोजन किया गया, जहां हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की।

किसानों की समृद्धि के बिना देश की खुशहाली संभव नहीं – मुख्यमंत्री

इस मौके पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने किसानों से खेती में आधुनिक तकनीकों और नवाचारों को अपनाने की अपील की। उन्होंने कहा कि खेती को व्यावसायिक और अधिक लाभकारी बनाने के लिए किसानों को अपने उत्पादों की मार्केटिंग स्वयं करनी चाहिए। जैविक और प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देकर संसाधनों का सही उपयोग करना जरूरी है। उन्होंने किसानों को सरकार की योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ उठाने की सलाह दी ताकि वे आर्थिक रूप से मजबूत बन सकें।

मुख्यमंत्री ने बताया कि झज्जर जिले के 77 हजार किसानों के खातों में 17.41 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि अब तक प्रदेश के 20 लाख किसानों को 18 किस्तों में कुल 6,203 करोड़ रुपये दिए जा चुके हैं।

खेती को लाभकारी बनाने के लिए केंद्र और राज्य सरकार की कई योजनाएं

मुख्यमंत्री सैनी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2019 में पीएम किसान सम्मान निधि योजना लेकर आए, जिससे लघु और सीमांत किसानों को हर साल 6 हजार रुपये की आर्थिक सहायता मिलती है। इसके अलावा, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, किसान क्रेडिट कार्ड, पीएम किसान मानधन योजना, पशुधन बीमा योजना, मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना और परंपरागत कृषि विकास योजना जैसी कई योजनाएं किसानों के आर्थिक उत्थान के लिए चलाई जा रही हैं।

उन्होंने बताया कि 2014 से पहले देश का कृषि बजट 24,000 करोड़ रुपये था, जो अब बढ़कर 1,26,000 करोड़ रुपये हो चुका है। यह दर्शाता है कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में किसानों की बेहतरी के लिए कितने बड़े स्तर पर कार्य हो रहा है।

हरियाणा सरकार का जोर – जैविक खेती और न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP)

मुख्यमंत्री ने बताया कि हरियाणा सरकार प्राकृतिक और जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए विशेष योजनाएं चला रही है। राज्य के लगभग 24,000 किसानों ने ‘प्राकृतिक खेती पोर्टल’ पर पंजीकरण कराया है, जिनमें से 10,000 किसान 15,170 एकड़ भूमि पर प्राकृतिक खेती कर रहे हैं। किसानों को प्रशिक्षित करने के लिए गुरुकुल कुरुक्षेत्र, करनाल, जींद और सिरसा में प्रशिक्षण केंद्र स्थापित किए गए हैं।

इसके अलावा, हरियाणा देश का पहला राज्य है जो न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर 24 फसलों की खरीद करता है। पिछले 9 सीजन में 12 लाख किसानों के खातों में 1.25 लाख करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए हैं।

किसानों के हित में लिए गए कई फैसले

मुख्यमंत्री ने बताया कि जल संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए ‘मेरा पानी-मेरी विरासत’ योजना चलाई जा रही है, जिसके तहत वैकल्पिक फसलें उगाने पर किसानों को 7,000 रुपये प्रति एकड़ प्रोत्साहन राशि दी जाती है।

इसके अलावा, बिजली की हाई-टेंशन लाइनों के लिए मुआवजा नीति लागू की गई है, जिसमें टावर एरिया की जमीन के लिए मार्केट रेट का 200% और लाइन के नीचे की भूमि के लिए 30% मुआवजा दिया जाता है।

हरियाणा सरकार किसानों के लिए कर रही लगातार काम – ओम प्रकाश धनखड़

कार्यक्रम में मौजूद पूर्व कृषि मंत्री ओम प्रकाश धनखड़ ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि हरियाणा सरकार किसानों के कल्याण के लिए निरंतर कार्य कर रही है। उन्होंने बताया कि हरियाणा पहला राज्य है जिसने सभी फसलों की एमएसपी पर खरीद सुनिश्चित की है।

कार्यक्रम में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बडौली, विधायक राजेश जून समेत बड़ी संख्या में किसान मौजूद थे। अंत में मुख्यमंत्री ने किसानों को सरकार की योजनाओं का अधिकतम लाभ उठाने और कृषि क्षेत्र को और अधिक उन्नत बनाने का आह्वान किया।