पंचकूला में ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ 29 मई से, जिले के हर गाँव तक पहुंचेगा कृषि नवाचार का संदेश!

चंडीगढ़, 28 मई: कृषि क्षेत्र को आत्मनिर्भर, आधुनिक और वैज्ञानिक दृष्टिकोण से समृद्ध बनाने के उद्देश्य से हरियाणा सरकार 29 मई 2025 से एक विशेष अभियान “विकसित कृषि संकल्प अभियान” की शुरुआत करने जा रही है। यह अभियान 12 जून 2025 तक चलेगा और पंचकूला जिले के सभी गाँवों में आयोजित कार्यक्रमों के माध्यम से किसानों से सीधा संपर्क और संवाद स्थापित किया जाएगा।

इस महत्त्वपूर्ण पहल को प्रभावी रूप से धरातल पर उतारने के लिए आज जिला उपायुक्त मोनिका गुप्ता के मार्गदर्शन में एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता उप कृषि निदेशक डॉ. सुरेन्द्र सिंह ने की। बैठक में पंचकूला जिले के कृषि, उद्यान, पशुपालन, मत्स्य, भूमि संरक्षण व अन्य संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी तथा वैज्ञानिक मौजूद रहे।

क्या है अभियान का उद्देश्य?

डॉ. सुरेन्द्र सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि इस अभियान के चार मुख्य उद्देश्य हैं, जो सीधे तौर पर किसानों के ज्ञान, जागरूकता और वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देंगे:

  1. खरीफ फसलों की उन्नत तकनीकों से परिचय:
    किसानों को यह बताया जाएगा कि उनके क्षेत्र विशेष में कौन-कौन सी खरीफ फसलें बेहतर उत्पादन दे सकती हैं और उन्हें आधुनिक कृषि तकनीकों से कैसे उगाया जा सकता है।

  2. सरकारी योजनाओं की जानकारी:
    केंद्र व राज्य सरकार द्वारा किसानों के लिए चलाई जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं और कृषि संबंधित नीतियों की विस्तृत जानकारी दी जाएगी ताकि वे इनका लाभ उठा सकें।

  3. मृदा स्वास्थ्य कार्ड (SHC) का सही उपयोग:
    किसानों को उनके मृदा स्वास्थ्य कार्ड में दर्ज सूचनाओं के अनुसार उपयुक्त फसल चयन एवं उर्वरकों के संतुलित प्रयोग के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा।

  4. किसानों से फीडबैक और नवाचार को समझना:
    अभियान के दौरान किसानों से उनकी खेती संबंधी समस्याओं व उनके द्वारा किए गए नवाचारों की जानकारी ली जाएगी ताकि वैज्ञानिक इनसे प्रेरणा लेकर अनुसंधान की नई दिशा तय कर सकें।

शुभारंभ होगा मुख्यमंत्री के हाथों

इस विशेष अभियान का विधिवत शुभारंभ हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी द्वारा 29 मई को कुरुक्षेत्र से किया जाएगा। इसके उपरांत यह अभियान पंचकूला जिले के प्रत्येक गाँव में चरणबद्ध तरीके से पहुंचेगा।

वैज्ञानिक और विभागीय सहभागिता

इस अभियान को सफल बनाने के लिए कृषि विज्ञान केंद्र (KVK), पंचकूला तथा भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR), चंडीगढ़ के वरिष्ठ वैज्ञानिकों की सहभागिता सुनिश्चित की गई है। साथ ही, पशुपालन, उद्यान और मत्स्य विभाग के विशेषज्ञ भी इसमें भाग लेंगे, जिससे किसानों को बहुआयामी जानकारी मिल सके।

पंचायतों को दिए गए दिशा-निर्देश

डॉ. सिंह ने बताया कि पंचायत स्तर तक इस अभियान की जानकारी व योजना पहुंचाने हेतु जिला पंचायत विकास अधिकारी, पंचकूला द्वारा जिले की सभी पंचायतों को स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं। सभी पंचायतें अपने-अपने क्षेत्र में इस अभियान के कार्यक्रमों का सहयोग करेंगी और सुनिश्चित करेंगी कि अधिकतम किसान इनसे जुड़ें।

इस बैठक में उपमण्डल कृषि अधिकारी, पिंजौर डॉ. बलबीर भान, कृषि वैज्ञानिक डॉ. राजेश लाठर (KVK), सहायक भूमि संरक्षण अधिकारी डॉ. राहुल बडकोदिया सहित कृषि विभाग के अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे। सभी ने अभियान के सफल क्रियान्वयन के लिए विचार-विमर्श किया और कार्ययोजना को अंतिम रूप दिया।