पहलगाम आतं*की हमले पर शिव सेना पंजाब का तीखा रुख !

चंडीगढ़, 25 अप्रैल: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद देशभर में गुस्से की लहर है। इसी बीच शिव सेना पंजाब ने भी आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए ऐलान किया है कि पार्टी अब ‘मरो या मारो’ की नीति के तहत काम करेगी। यह घोषणा खुद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री संजीव घनौली ने आज एक प्रेस वार्ता के दौरान की।

“अब निंदा नहीं, कार्रवाई का समय है”: घनौली

श्री घनौली ने कहा,

“यह हमला सिर्फ कुछ लोगों पर नहीं, पूरे देश की आत्मा पर हमला है। अब वक्त आ गया है कि हम आतंकियों और उनके संरक्षकों को उनकी ही भाषा में जवाब दें। शिव सेना पंजाब अब ‘मरो या मारो’ के सिद्धांत पर चलेगी।

उन्होंने यह भी कहा कि अब सिर्फ सरकार के भरोसे बैठने का समय नहीं रहा, बल्कि हर राष्ट्रभक्त को खड़ा होना होगा।

अमरनाथ यात्रा को लेकर विशेष घोषणा

संजय घनौली ने अमरनाथ यात्रा को लेकर एक बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि इस बार यात्रा 100 गुना अधिक उत्साह, सुरक्षा और भागीदारी के साथ निकाली जाएगी।
उन्होंने कहा:

“आतंकवाद हमें न डरा सकता है, न रोक सकता है। हम और अधिक श्रद्धालुओं को लेकर जाएंगे और दिखाएंगे कि आस्था पर कोई हमला कामयाब नहीं हो सकता।”

 बॉर्डर तक 100 वाहनों के काफिले से विरोध

प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह भी बताया गया कि शिव सेना पंजाब के कार्यकर्ता 100 वाहनों के साथ पाकिस्तान बॉर्डर तक जाकर आतंकी हमले का मुंहतोड़ जवाब देंगे।
घोषणा के अनुसार, यह काफिला केवल एक प्रतीकात्मक विरोध नहीं होगा, बल्कि यह एक राष्ट्रीय संदेश होगा कि भारत की जनता अब चुप नहीं बैठेगी।

 अन्य संगठनों की भागीदारी

इस मौके पर राष्ट्रीय गौ सेवा गौशाला संघ के भूपिंदर सिंह, हिन्दू संगठनों के प्रतिनिधि और कई सामाजिक कार्यकर्ता भी उपस्थित रहे। उन्होंने भी एकजुट होकर आतंकवाद के खिलाफ राष्ट्रीय मोर्चा बनाने की बात कही।

शिव सेना पंजाब का यह रुख जहां एक ओर जनता के आक्रोश को स्वर दे रहा है, वहीं दूसरी ओर यह सवाल भी खड़े कर रहा है कि क्या अब आतंकी घटनाओं का जवाब केवल सरकार से नहीं, बल्कि समाज के संगठनों से भी आएगा?