चंडीगढ़, 6 मार्च: केंद्र सरकार ने पासपोर्ट नियमों में बड़े बदलाव किए हैं, जिससे अब पासपोर्ट आवेदन प्रक्रिया पहले से अधिक सुविधाजनक और सुरक्षित हो जाएगी। सबसे बड़ा बदलाव पासपोर्ट के रंगों को लेकर किया गया है, जिससे सरकारी अधिकारियों, राजनयिकों और आम नागरिकों की पहचान और आसान होगी।
अब कौन सा पासपोर्ट किसे मिलेगा?
➡ सफेद पासपोर्ट – सरकारी अधिकारियों को मिलेगा।
➡ लाल पासपोर्ट – राजनयिकों (डिप्लोमैट्स) के लिए रहेगा।
➡ नीला पासपोर्ट – आम नागरिकों के लिए पहले की तरह जारी किया जाएगा।
इस नए कलर-कोडिंग सिस्टम से पासपोर्ट की श्रेणी स्पष्ट होगी और वेरिफिकेशन प्रक्रिया में तेजी आएगी।
जन्म प्रमाण पत्र अनिवार्य
➡ 1 अक्टूबर 2023 के बाद जन्मे बच्चों के लिए पासपोर्ट आवेदन में जन्म प्रमाण पत्र अनिवार्य कर दिया गया है।
➡ इससे पहले जन्मे आवेदक 10वीं की मार्कशीट, स्कूल लिविंग सर्टिफिकेट, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस या अन्य सरकारी आईडी दस्तावेजों से जन्म तिथि प्रमाणित कर सकते हैं।
आवासीय पता पासपोर्ट पर नहीं रहेगा
➡ पासपोर्ट के आखिरी पन्ने पर अब आवासीय पता प्रिंट नहीं होगा।
➡ इसके बजाय, इमिग्रेशन अधिकारी बारकोड स्कैन कर जानकारी प्राप्त कर सकेंगे।
➡ इससे गोपनीयता बढ़ेगी और पासपोर्ट फर्जीवाड़े की संभावना कम होगी।
माता-पिता का नाम भी हटेगा
➡ पासपोर्ट के आखिरी पन्ने पर अब माता-पिता का नाम नहीं छापा जाएगा।
➡ यह बदलाव एकल अभिभावकों और अलग-अलग रहने वाले परिवारों के लिए सहूलियत प्रदान करेगा।
पासपोर्ट सेवा केंद्रों की संख्या बढ़ेगी
➡ अगले पांच वर्षों में देशभर में पासपोर्ट सेवा केंद्रों (PSK) की संख्या 442 से बढ़ाकर 600 की जाएगी।
➡ इससे आवेदन प्रक्रिया तेज और आसान होगी।
नए नियमों से क्या बदलेगा?
✔ पासपोर्ट आवेदन की प्रक्रिया और सरल और पारदर्शी होगी।
✔ नए कलर-कोडिंग सिस्टम से पासपोर्ट की पहचान आसान होगी।
✔ आधुनिक तकनीक से पासपोर्ट अधिक सुरक्षित होंगे।
✔ डेटा की गोपनीयता बढ़ेगी, जिससे व्यक्तिगत जानकारी सुरक्षित रहेगी।
सरकार का यह कदम पासपोर्ट जारी करने की प्रक्रिया को तेज, सुरक्षित और आधुनिक बनाने की दिशा में बड़ा सुधार माना जा रहा है।