‘एक पेड़ माँ के नाम 2.0’: पंचकूला में बड़े स्तर पर पौधारोपण की तैयारी, अधिकारियों को मिले सख्त निर्देश!

चंडीगढ़, 9 जून: हरियाणा को हराभरा और स्वच्छ बनाने के संकल्प के साथ चलाए जा रहे ‘एक पेड़ माँ के नाम 2.0’ अभियान के अंतर्गत आज पंचकूला जिले में तैयारियों को लेकर व्यापक समीक्षा की गई। हरियाणा के मुख्य सचिव श्री अनुराग रस्तोगी ने राज्य स्तर से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी उपायुक्तों एवं वन विभाग के अधिकारियों से संवाद किया और उन्हें अधिकतम पौधे लगाने के निर्देश दिए।

पंचकूला की तैयारियाँ: 1.60 लाख पौधों का लक्ष्य फिर से

बैठक में एसडीएम चंद्रकांत कटारिया ने मुख्य सचिव को अवगत कराया कि पंचकूला जिले में पिछले वर्ष 1 लाख 60 हजार पौधे स्कूलों, खेल मैदानों और पंचायत की भूमि पर लगाए गए थे। इस वर्ष भी उन्होंने इस आंकड़े को पार करने का भरोसा दिलाया।

सभी विभागों को मिले स्पष्ट निर्देश

बैठक के बाद एसडीएम श्री कटारिया ने जिले के सभी विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक कर अगले सप्ताह से ही पौधारोपण शुरू करने के निर्देश दिए। उन्होंने यह सुनिश्चित करने को कहा कि सभी विभाग वन विभाग की नर्सरियों से अपने लक्ष्य के अनुरूप पौधे एकत्रित करें और निर्धारित स्थानों पर रोपण कार्य शुरू करें।

विभिन्न विभागों के लिए तय की गई जिम्मेदारियाँ:

  • डीडब्ल्यूईओ व डीईओ: सरकारी व निजी स्कूलों में स्थान की पहचान कर पौधे लगवाना।

  • पब्लिक हेल्थ विभाग: ट्यूबवेल और पानी की टंकियों के पास पौधारोपण करना।

  • मार्केटिंग बोर्ड: मंडियों में पौधे लगाना।

  • पुलिस विभाग: पुलिस लाइन परिसर में हरियाली बढ़ाना।

  • आईटीआई संस्थान: परिसर में चिन्हित स्थानों पर पौधे रोपना।

एसडीएम ने यह भी स्पष्ट किया कि पौधों की देखरेख संबंधित विभाग की जिम्मेदारी होगी, जिससे उनकी स्थायित्व और बढ़वार सुनिश्चित की जा सके।

जनसहभागिता को दिया जा रहा विशेष महत्व

श्री कटारिया ने कहा कि पौधारोपण अभियान में केवल सरकारी तंत्र ही नहीं, बल्कि सामाजिक संगठनों, स्थानीय निवासियों, रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशनों और एनजीओ की भागीदारी भी सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने कहा कि वन मित्रों, नेहरू युवा केंद्र और स्वयंसेवकों को भी अभियान में सक्रिय किया जाएगा ताकि यह केवल एक सरकारी पहल न रहकर जन आंदोलन का रूप ले सके।

पौधारोपण का महत्व – एक सांस, एक संकल्प

एसडीएम कटारिया ने पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हुए कहा, “पेड़ केवल छांव या सुंदरता के लिए नहीं, बल्कि जीवन के लिए जरूरी हैं। वे हमें शुद्ध हवा, जल संरक्षण और धरती की सेहत देते हैं।” उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे वन विभाग से पौधे लेकर खुद भी रोपण करें और पर्यावरण रक्षा में भागीदारी निभाएं।

बैठक में कौन-कौन रहा मौजूद

इस अहम बैठक में अनेक वरिष्ठ अधिकारी और विभागीय प्रतिनिधि उपस्थित रहे, जिनमें शामिल थे:

  • नगराधीश विश्वनाथ

  • जिला वन अधिकारी विशाल कौशिक

  • संयुक्त आयुक्त, नगर निगम गौरव चौहान

  • एसीपी सुरेंद्र

  • कृषि विभाग के उपनिदेशक सुरेंद्र यादव

  • हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण की एक्सईएन निधि भारद्वाज

  • पीडब्ल्यूडी बीएंडआर, पंचायत, शिक्षा, स्वास्थ्य, नगर निगम सहित अन्य विभागों के अधिकारी