पाकिस्तान में हड़कंप: भारत के कड़े फैसलों पर रणनीतिक बैठक आज!

चंडीगढ़, 24 अप्रैल:

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने बुधवार देर रात एक महत्वपूर्ण बयान देते हुए जानकारी दी कि भारत द्वारा हाल ही में लिए गए बड़े और कठोर फैसलों के जवाब में पाकिस्तान का सैन्य और असैन्य नेतृत्व गुरुवार को एक अहम बैठक करने जा रहा है। इस उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता खुद प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ करेंगे। इसमें सेना के तीनों प्रमुख, प्रमुख खुफिया एजेंसियों के अधिकारी और कैबिनेट के चुनिंदा महत्वपूर्ण मंत्री शामिल होंगे।

रक्षा मंत्री के अनुसार, यह बैठक केवल एक औपचारिक चर्चा नहीं होगी, बल्कि इसमें रणनीतिक रूप से ठोस और निर्णायक कदम उठाए जाने पर विचार किया जाएगा ताकि भारत द्वारा उठाए गए हर एक कदम का प्रभावशाली जवाब दिया जा सके। ख्वाजा आसिफ का कहना था, “भारत के क़दमों के जवाब में एक ठोस रणनीति तय की जाएगी, जो राष्ट्रीय सुरक्षा के नज़रिये से बेहद निर्णायक साबित होगी।”

भारत के वो पांच फैसले जो पाकिस्तान को झकझोर गए:

भारत सरकार ने हाल ही में सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (CCS) की एक अहम बैठक की, जिसकी अध्यक्षता खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की। इस बैठक के बाद जो फैसले सामने आए, उन्होंने पाकिस्तान की राजनीति और कूटनीति दोनों में हलचल मचा दी है। ये फैसले विशेष रूप से कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद लिए गए हैं, जिसमें 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई थी।

भारत सरकार द्वारा उठाए गए इन पांच प्रमुख कदमों में शामिल हैं:

  1. सिंधु जल संधि का निलंबन – वर्ष 1960 में हुई यह ऐतिहासिक संधि अब भारत द्वारा अस्थायी रूप से स्थगित कर दी गई है।

  2. राजनयिक संबंधों में भारी कटौती – भारत ने पाकिस्तान से अपने कूटनीतिक संबंधों को काफी हद तक सीमित कर दिया है।

  3. अटारी बॉर्डर चौकी का अस्थायी बंद – भारत-पाकिस्तान के बीच सबसे महत्वपूर्ण सीमा चौकी को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है।

  4. SAARC वीज़ा छूट योजना से पाकिस्तान को बाहर किया गया – दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संघ (SAARC) के अंतर्गत चल रही वीज़ा छूट योजना से पाकिस्तान को हटा दिया गया है।

  5. पाकिस्तानी नागरिकों को पहले से जारी SVES वीज़ा रद्द – जो वीज़ा पहले से जारी किए गए थे, उन्हें भी रद्द कर दिया गया है।

इन सभी कदमों को भारत की ओर से एक स्पष्ट संदेश माना जा रहा है कि आतंकवाद और वार्ता अब एक साथ नहीं चल सकते।

पाकिस्तान की रणनीति: कूटनीति या टकराव?

पाकिस्तान के लिए अब बड़ा सवाल यही है कि वह भारत के कड़े रुख के जवाब में क्या रास्ता अपनाएगा – क्या यह जवाब कूटनीतिक स्तर पर सीमित रहेगा या आर्थिक और सामरिक मोर्चे पर भी कदम उठाए जाएंगे? विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तान, जहां एक ओर बातचीत का रुख दिखा सकता है, वहीं यह भी संभव है कि वह टकराव की ओर बढ़ने वाले संकेत दे।

पाकिस्तान की राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक में तय की गई रणनीति से इस बात पर भी असर पड़ेगा कि आने वाले समय में भारत-पाक संबंध किस दिशा में जाएंगे।

घटना की पृष्ठभूमि: पहलगाम हमला

यह सभी घटनाक्रम उस दर्दनाक आतंकी हमले के बाद सामने आए हैं, जिसमें जम्मू-कश्मीर के पहलगाम इलाके में हुए विस्फोट में 26 आम नागरिक मारे गए। इस हमले के पीछे पाकिस्तान से संचालित आतंकी संगठन का नाम सामने आया है, और इसका मास्टरमाइंड सैफुल्लाह बताया गया है, जिसे एक शौकीन, ऐशो-आराम की ज़िंदगी जीने वाला आतंकी कहा जा रहा है।

भारत के ये फैसले अब केवल कूटनीति के स्तर पर नहीं हैं, बल्कि यह इस बात का भी इशारा है कि भारत अब आतंकवाद के खिलाफ अपनी नीति में कोई नरमी बरतने वाला नहीं है। पाकिस्तान को