चंडीगढ़, 11 अप्रैल: पंचकूला की उपायुक्त मोनिका गुप्ता अब जनता की समस्याओं को लेकर पूरी एक्शन मोड में हैं। उन्होंने लघु सचिवालय सभागार में आयोजित समाधान शिविरों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए सभी अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए – “लंबित मामलों में देरी अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी, काम जल्द से जल्द पूरा होना चाहिए।”
यह समीक्षा बैठक हर कार्यदिवस (सोमवार से गुरुवार) प्रातः 10 से 12 बजे आयोजित हो रहे समाधान शिविरों की कारगरता पर आधारित थी, जिसका मकसद जनता की शिकायतों का त्वरित समाधान सुनिश्चित करना है।
कई विभागों पर लंबित हैं जनता के काम – DC ने जताई चिंता
बैठक में उपायुक्त ने बताया कि जिले के विभिन्न विभागों की ओर से कई मामले अब तक लंबित हैं। उन्होंने जिन विभागों का विशेष रूप से ज़िक्र किया उनमें शामिल हैं:
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जिला विकास एवं पंचायत विभाग
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वन विभाग
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राजस्व विभाग
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शहरी स्थानीय निकाय विभाग
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बिजली विभाग (UHBVN)
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सामाजिक न्याय एवं सशक्तिकरण विभाग
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परिवार कल्याण विभाग
उपायुक्त ने इन सभी विभागों के अधिकारियों को प्राथमिकता के आधार पर समस्याओं के निपटारे के निर्देश दिए।
“जनता को बार-बार दफ्तरों के चक्कर न लगाने पड़ें, हमें एक ही बार में समाधान देना है,” – उपायुक्त मोनिका गुप्ता।
सीएम नायब सैनी खुद कर रहे हैं शिविरों की मॉनिटरिंग
उपायुक्त ने बताया कि ये समाधान शिविर हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सैनी के निर्देश पर पूरे राज्य में आयोजित किए जा रहे हैं।
“सीएम खुद इन शिविरों से जुड़े रहते हैं और वहां दर्ज की जा रही शिकायतों की मॉनिटरिंग करते हैं।”
मकसद साफ है – जनता को तत्काल राहत देना और सरकारी सिस्टम पर भरोसा बढ़ाना।
कालका और पंचकूला में भी हो रहे हैं समाधान शिविर
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एसडीएम कार्यालय कालका
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नगर निगम कार्यालय पंचकूला
यह दोनों स्थान भी हर कार्यदिवस समाधान शिविरों के आयोजन में सक्रिय हैं। उपायुक्त ने जिलावासियों से आमंत्रण देते हुए कहा:
“आप अपनी समस्या को लेकर संबंधित समाधान शिविर में आएं, समाधान निश्चित रूप से मिलेगा।”
बैठक में शामिल रहे विभागों के प्रतिनिधि
इस समीक्षा बैठक में पंचकूला प्रशासन के साथ-साथ कई अहम विभागों के अधिकारी भी मौजूद रहे:
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नगराधीश विश्वनाथ
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हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण
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राजस्व विभाग
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शिक्षा, स्वास्थ्य, बाल कल्याण, महिला एवं बाल विकास विभाग
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मत्स्य विभाग, पीडब्ल्यूडी बीएंडआर, सिंचाई, जनस्वास्थ्य, अभियांत्रिकी विभाग
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UHBVN और नगर निगम कालका व पंचकूला
यह स्पष्ट है कि पंचकूला प्रशासन अब केवल फाइलों में जवाब देने की बजाय, फील्ड में हल देने की दिशा में आगे बढ़ रहा है।
समाधान शिविरों के ज़रिए अब “काम रुका है” कहना पुरानी बात होगी – “काम हो गया” अब नया नारा है।