Nobel Prize ceremony AIMS Mohali – अंबेडकर इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (AIMS) मोहाली के बायोकेमिस्ट्री विभाग द्वारा आयोजित नोबेल पुरस्कार समारोह का भव्य अनुकरण (सिमुलेशन) छात्रों और शिक्षकों के लिए एक प्रेरणादायक अनुभव साबित हुआ।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य वैज्ञानिक अनुसंधान, सांस्कृतिक मूल्यों और वैश्विक चेतना को एक साथ लाना था।
कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण – Nobel Prize ceremony
1. 2024 के नोबेल पुरस्कार पर चर्चा:
•विजेता: विक्टर एम्ब्रोस और गैरी रुवकुन।
•उपलब्धि: माइक्रो आरएनए की खोज और जीन विनियमन में इसकी भूमिका।
2.विज्ञान की सरल व्याख्या:
•डॉ. सुचेत ने आनुवंशिक जानकारी के डीएनए से आरएनए और फिर प्रोटीन में प्रवाह की प्रक्रिया को सरल तरीके से समझाया।
3.अन्य प्रमुख वक्ता:
•डॉ. दीपक कौल: उन्होंने जीनोम में 90% “जंक डीएनए” की नई भूमिका पर चर्चा की।
•Dr. बलदीप: माइक्रो आरएनए को डायग्नोस्टिक और प्रोग्नॉस्टिक बायोमार्कर के रूप में समझाया।
•डॉ. वीना धवन: माइक्रो आरएनए की चिकित्सा क्षेत्र में संभावनाओं पर विचार साझा किए।
सांस्कृतिक प्रस्तुति और वैश्विक दृष्टिकोण:
•नवदीप की ओरिगेमी प्रदर्शनी:
•कागज़ की क्रेन और जापानी परंपरा “सेनबाज़ुरु” को प्रदर्शित किया गया।
•हिरोशिमा उत्तरजीवी सदाको सासाकी की प्रेरणादायक कहानी साझा की गई।
•नोबेल शांति पुरस्कार:
•2024 विजेता: निहोन हिडांक्यो।
•कारण: परमाणु निरस्त्रीकरण के लिए अद्वितीय प्रयास।
निदेशक-प्रधानाचार्य का संदेश:
डॉ. भवनीत भारती ने विभाग की सराहना करते हुए कहा “यह उत्सव न केवल अभूतपूर्व वैज्ञानिक उपलब्धियों का सम्मान करता है,
बल्कि छात्रों को नवाचार, उत्कृष्टता और वैश्विक जिम्मेदारी के लिए प्रेरित करता है।”
यह कार्यक्रम एआईएमएस मोहाली की शैक्षिक उत्कृष्टता और सांस्कृतिक समृद्धि को बढ़ावा देने के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक है।
समारोह ने न केवल विज्ञान और प्रौद्योगिकी की अद्भुत खोजों का उत्सव मनाया,
बल्कि वैश्विक शांति और मानवता के प्रति समर्पण का भी संदेश दिया।