नितिन कोहली के आम आदमी पार्टी में शामिल होने से मची सियासी हलचल, BJP ने दिया करारा जवाब!

चंडीगढ़, 30 मई: पंजाब की राजनीति में अचानक उबाल तब आ गया जब आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने उद्योगपति नितिन कोहली को औपचारिक रूप से ‘आप’ में शामिल करने की घोषणा कर दी। यह कदम न केवल राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बन गया, बल्कि इससे जालंधर की राजनीति में भी नई बहस छिड़ गई।

सिसोदिया ने दावा किया कि नितिन कोहली शुरू से ही आम आदमी पार्टी के समर्थक रहे हैं और अब वह औपचारिक तौर पर पार्टी का हिस्सा बनकर जनसेवा करेंगे। लेकिन यह बयान भारतीय जनता पार्टी को रास नहीं आया। जालंधर भाजपा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस दावे को सिरे से खारिज करते हुए इसे “भ्रामक और तथ्यों से परे” बताया।

बीजेपी ने खोली पोल, बताया पुराना साथ

जालंधर भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने प्रेस के सामने सबूतों के साथ कहा कि वर्ष 2024 के लोकसभा चुनावों में नितिन कोहली ने भाजपा उम्मीदवार सुशील रिंकू का खुलकर समर्थन किया था। इतना ही नहीं, वे पार्टी की कोर कमेटी की बैठकों में भी सक्रिय रूप से हिस्सा लेते रहे थे। इन बैठकों की अध्यक्षता खुद गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और पंजाब भाजपा के प्रभारी द्वारा की जाती थी।

कोर कमेटी में शामिल वरिष्ठ नेताओं की सूची में भाजपा के जिला अध्यक्ष सुशील शर्मा, मनोरंजन कालिया, के.डी. भंडारी, राकेश राठौर, शीतल अंगुराल, सरदार सबजीत सिंह मक्कड़ और सरदार जगबीर सिंह बराड़ जैसे नाम शामिल थे। बीजेपी का कहना है कि नितिन कोहली ने रिंकू के लिए दिल से काम किया था और उनकी भूमिका सिर्फ समर्थन तक सीमित नहीं थी, बल्कि वह चुनावी रणनीतियों में भी हिस्सा लेते थे। ऐसे में आम आदमी पार्टी का यह दावा कि कोहली शुरू से ‘आप’ समर्थक रहे हैं, पूरी तरह से भ्रामक है।

‘आप’ के अंदरूनी हालात भी आए सामने

बीजेपी नेताओं ने यह भी आरोप लगाया कि पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार अब मूल सिद्धांतों से भटक चुकी है। पार्टी के कई समर्पित कार्यकर्ता खुद को उपेक्षित महसूस कर रहे हैं, क्योंकि दिल्ली की करारी हार के बाद पंजाब सरकार में बाहरी लोगों को प्रमुख जिम्मेदारियां सौंपी जा रही हैं।

बीजेपी का दावा है कि आज पंजाब की सत्ता पर उन लोगों का कब्जा है जिनके पास न तो कोई संवैधानिक अधिकार है और न ही कोई जवाबदेही। इस कारण पार्टी के जमीनी कार्यकर्ता, जिन्होंने सालों तक पार्टी के लिए पसीना बहाया है, खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं।

सिसोदिया के बयान पर भाजपा का तीखा प्रहार

भाजपा नेताओं का कहना है कि अगर मनीष सिसोदिया केवल यह स्वीकार कर लेते कि नितिन कोहली ने हाल ही में ‘आप’ का साथ चुना है, तो शायद कोई विवाद नहीं होता। लेकिन जब सिसोदिया यह कहते हैं कि कोहली हमेशा से आप समर्थक रहे हैं, तब यह बात सच्चाई से मेल नहीं खाती।

भाजपा ने इस अवसर पर यह भी स्पष्ट किया कि सच्चाई को तोड़-मरोड़ कर पेश करने से न सिर्फ जनता भ्रमित होती है, बल्कि इससे राजनीति का स्तर भी गिरता है। उनका कहना था कि जनता सब देख और समझ रही है, और समय आने पर इसका जवाब जरूर देगी।