पंजाब के नव-नियुक्त राजस्व मंत्री Hardeep Singh Mundian ने सभी राजस्व अधिकारियों और कर्मचारियों को पारदर्शी और भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन देने का आह्वान किया है।
उन्होंने आम लोगों की परेशानियों को रोकने और स्वच्छ प्रशासन प्रदान करने के लिए स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए हैं।
Hardeep Singh Mundian: पंजाब के लोगों को ईमानदार और भ्रष्टाचार मुक्त
आज पंजाब भर के राजस्व अधिकारियों के साथ एक ऑनलाइन समीक्षा बैठक में मंत्री मुंडियां ने कहा
कि पंजाब के लोगों को ईमानदार और भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन देना मुख्यमंत्री स. भगवंत सिंह मान की सरकार की प्राथमिकता है।
उन्होंने सभी जिला राजस्व अधिकारियों, तहसीलदारों और नायब तहसीलदारों को निर्देश दिए
कि वे आम जनता की परेशानियों का समाधान करें
और कार्यालयों में आने वाले लोगों के लिए बैठने की व्यवस्था, पंखे, पीने का पानी और शौचालय जैसी सुविधाएं तुरंत सुनिश्चित करें।
स. मुंडियां ने यह भी कहा कि सभी राजस्व अधिकारी अपने कार्यालयों में समय पर उपस्थित रहें
और जनता के कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर पूरा करें। उन्होंने स्पष्ट आदेश दिया
कि अब पंजाब भर में रजिस्ट्रियों का काम रोजाना किया जाएगा, ताकि लोगों को परेशानी का सामना न करना पड़े।
इससे पहले, रजिस्ट्रियों के लिए एक या दो दिन निर्धारित किए गए थे, जिसे अब रद्द कर दिया गया है।
सरकारी फीस के अलावा कोई अतिरिक्त पैसा नहीं
राजस्व मंत्री ने सख्त चेतावनी दी कि आम जनता से सरकारी फीस के अलावा कोई अतिरिक्त पैसा नहीं लिया जाए।
उन्होंने स्पष्ट किया कि जो अधिकारी या कर्मचारी रिश्वतखोरी या नियमों की अनदेखी में शामिल पाया जाएगा,
उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इसके साथ ही, उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि हर राजस्व विभाग कार्यालय के बाहर एक बोर्ड पर व्हाट्सएप नंबर: 84276 90000 लिखा जाए, ताकि आम जनता अपनी शिकायतें दर्ज करा सके।
Hardeep Singh Mundian: नियमों के तहत कार्य किए जाएं
स. मुंडियां ने कहा कि चुने हुए जनप्रतिनिधियों का सम्मान किया जाए
और किसी भी राजनीतिक दबाव से मुक्त होकर कानून और नियमों के तहत कार्य किए जाएं।
उन्होंने जोर दिया कि विभाग की प्राथमिकताओं के अनुसार काम किया जाना चाहिए।
बैठक में विशेष मुख्य सचिव माल श्री के.ए.पी. सिन्हा ने भी अपने विचार साझा किए।
उन्होंने कहा कि सभी राजस्व अधिकारियों की हाजिरी लॉग इन प्रणाली के माध्यम से जांची जाएगी,
ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि सभी अधिकारी समय पर कार्यालय में उपस्थित रहें और लोगों के कार्य प्राथमिकता से पूरे हों।
उन्होंने बताया कि पिछले दो वर्षों में विभाग ने पंजाब सरकार के खजाने की आमदनी को 3 हजार करोड़ से बढ़ाकर 6 हजार करोड़ तक पहुंचाया है।
इसके साथ ही, उन्होंने 78 नायब तहसीलदारों की नियुक्ति का उल्लेख किया,
जिससे राजस्व विभाग के कार्यों में तेजी लाई गई है। उन्होंने राजस्व मंत्री को भरोसा दिलाया
कि राज्य सरकार की प्राथमिकताओं के अनुसार, विभाग निरंतर सक्रिय है और लोगों को बेहतर सेवाएं प्रदान कर रहा है।
इस बैठक में सचिव राजस्व श्रीमती अलक नंदा दयाल, विशेष सचिव राजस्व श्री हरप्रीत सिंह सूदन,
विशेष सचिव और डायरेक्टर लैंड रिकॉर्ड्स श्री उपकार सिंह सहित विभाग के कई अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे।
इस तरह पंजाब के राजस्व मंत्री ने एक पारदर्शी और कुशल प्रशासन का संकल्प लिया है,
जिससे आम जनता को बेहतर सेवाएं और सुविधाएं मिल सकेंगी।