चंडीगढ़, 2 अप्रैल:
चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि पर मनाई जाने वाली लक्ष्मी पंचमी सिर्फ एक त्योहार नहीं है, बल्कि यह दिन है जब आपके जीवन की किस्मत बदल सकती है। इस विशेष दिन पर देवी लक्ष्मी के आशीर्वाद से घर-परिवार में सुख, समृद्धि और धन-दौलत की बौछार हो सकती है। आज नवरात्रि का चौथा और पांचवां दिन मनाया जाएगा और देवी दुर्गा की माता कुष्मांडा और माता स्कंदमाता के रूप में पूजा की जाती है।
लक्ष्मी पंचमी का महत्व:
यह दिन विशेष रूप से धन, ऐश्वर्य और आध्यात्मिक उन्नति के लिए बेहद शुभ माना जाता है। हिंदू शास्त्रों के अनुसार, इस दिन देवी लक्ष्मी के पूजन से रूपए-पैसे से जुड़े सभी संकट दूर हो जाते हैं और घर में सोने-चांदी की बरसात होती है।
इस रात करें ये खास उपाय:
- मुख्य द्वार पर शुभ चिन्ह बनाएं:
घर के मुख्य द्वार पर चंदन या कुमकुम से ये चिन्ह बनाएं:- गदा
- कमल का फूल
- सुदर्शन चक्र
- स्वस्तिक
- ॐ का प्रतीक
- शंख
- देवी लक्ष्मी के चरण चिन्ह
- त्रिशुल और धनुष (जिसमें एक तीर लगा हो)
- मंत्र जाप से बढ़े आशीर्वाद:
इस विशेष मंत्र का जाप करें, जिससे देवी लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त हो:
“ॐ पहिनी पक्षनेत्री पक्षमना लक्ष्मी दाहिनी वाच्छा भूत-प्रेत सर्वशत्रु हारिणी दर्जन मोहिनी रिद्धि सिद्धि कुरु-कुरु-स्वाहा।” - व्रत और पूजा:
इस दिन उपवास रखें और देवी लक्ष्मी की विशेष पूजा करें। खासकर शुक्र और बृहस्पति ग्रह की स्थिति को संतुलित करने के लिए इस दिन पूजा करना अत्यंत लाभकारी होता है।
आध्यात्मिक उन्नति का अवसर:
लक्ष्मी पंचमी केवल भौतिक संपत्ति से जुड़ी नहीं है, बल्कि यह आत्मा की शुद्धि और मानसिक शांति के लिए भी महत्वपूर्ण है। इस दिन ध्यान और साधना से आत्मा की उन्नति होती है, जो जीवन के हर क्षेत्र में समृद्धि लाती है।