नवजोत सिंह सिद्धू ने किया सियासत से किनारा, अब YouTube के ज़रिये करेंगे सवाल जवाब!

चंडीगढ़, 30 अप्रैल: पंजाब की राजनीति में एक बार फिर हलचल मच गई है और इस बार इसकी वजह बने हैं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नवजोत सिंह सिद्धू। लंबे समय से सियासत से दूरी बनाए रखने वाले सिद्धू ने एक ऐसा सोशल मीडिया पोस्ट कर दिया, जिससे उनके राजनीतिक भविष्य को लेकर अटकलों का बाजार गर्म हो गया है। उन्होंने लिखा है कि 30 अप्रैल को वह अपने जीवन के एक “नए अध्याय” की शुरुआत करने जा रहे हैं, और इसके लिए उन्होंने अपने अमृतसर स्थित घर पर प्रेस कॉन्फ्रेंस का न्योता भी दिया है।

सोशल मीडिया पर सवालों की बौछार – बीजेपी में वापसी?

उनके इस ऐलान के बाद से सोशल मीडिया पर यूजर्स की ओर से लगातार सवाल पूछे जा रहे हैं। कोई पूछ रहा है, “क्या आप फिर से बीजेपी में शामिल होने जा रहे हैं?” तो किसी को शक है कि वे आम आदमी पार्टी की ओर रुख कर सकते हैं। कुछ लोगों का तो ये भी मानना है कि वो किसी नई पार्टी का एलान कर सकते हैं। वहीं, कुछ समर्थक उन्हें शुभकामनाएं भी दे रहे हैं।

एक यूजर ने चुटकी लेते हुए सवाल किया, “क्या आप IPL में कोचिंग स्टाफ के तौर पर शामिल हो रहे हैं?” तो एक अन्य यूजर ने पूछा, “कांग्रेस छोड़ दी क्या?” सिद्धू ने खुद इन सवालों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन उनके पोस्ट ने जरूर सबका ध्यान खींच लिया है।

सिद्धू का पोस्ट – एक नई शुरुआत का संकेत

सिद्धू ने अपने एक्स (पूर्व ट्विटर) अकाउंट पर लिखा,

“अपने जीवन के एक नए अध्याय की शुरुआत करने के लिए मैं एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करने जा रहा हूं। प्रेस कॉन्फ्रेंस कल 30 अप्रैल को सुबह 11 बजे मेरे अमृतसर स्थित घर 110 होली सिटी पर होगी। सभी पत्रकारों को आमंत्रित हैं।”

उनके इस बयान में भले ही किसी पार्टी या पद का नाम नहीं लिया गया हो, लेकिन ‘नया अध्याय’ शब्द ने हर किसी को सोचने पर मजबूर कर दिया है।

पिछले कुछ सालों से राजनीतिक पटल से गायब

गौरतलब है कि नवजोत सिंह सिद्धू पिछले कुछ समय से सक्रिय राजनीति से दूरी बनाए हुए हैं। नवंबर 2023 में उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी, जिसमें जब उनसे पूछा गया कि क्या वह फिर से सक्रिय राजनीति में लौटेंगे, तो उन्होंने कहा था कि यह फैसला पार्टी हाईकमान को करना है। उन्होंने खुद कोई सीधी घोषणा नहीं की थी।

लोकसभा चुनाव और उपचुनाव से रहे दूर

पिछले लोकसभा चुनावों में भी सिद्धू की कोई सक्रिय भूमिका नजर नहीं आई। न तो उन्होंने कोई रैली की, न ही प्रचार में कोई विशेष भागीदारी दिखाई। यही हाल चार उपचुनावों का भी रहा, जहां सिद्धू पूरी तरह से गैरहाज़िर रहे। इससे उनके राजनीतिक भविष्य को लेकर कई तरह के सवाल उठते रहे हैं।

2016 में छोड़ी थी बीजेपी, 2017 में कांग्रेस में आए

राजनीति में सिद्धू की यात्रा काफी दिलचस्प रही है। उन्होंने 2016 में बीजेपी से इस्तीफा दिया और 2017 में कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए। उन्होंने अमृतसर ईस्ट से विधानसभा चुनाव जीता और अमरिंदर सिंह सरकार में मंत्री बने। हालांकि, 2019 में उन्होंने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। उसके बाद से वह धीरे-धीरे पार्टी की मुख्यधारा से दूर होते चले गए।