नए चैटबॉट और अपग्रेडेड कॉल सेंटर की हुई शुरुआत– पंजाब के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने आज साइबर वित्तीय धोखाधड़ी की त्वरित रिपोर्टिंग के लिए ‘CYBER HEALPLINE 1930’ के अपग्रेडेड कॉल सेंटर का उद्घाटन किया।
इसके साथ ही, साइबर अपराधों से संबंधित मुद्दों पर लोगों की सहायता के लिए ‘साइबर मित्र चैटबॉट’ भी लॉन्च किया गया।
CYBER HEALPLINE 1930 : डीजीपी ने उद्घाटन के दौरान
डीजीपी ने उद्घाटन के दौरान 1930 पर ट्रायल कॉल करके हेल्पलाइन की कार्यप्रणाली का परीक्षण किया,
जिससे उन्होंने प्रतिनिधियों से सीधा संवाद किया।
उल्लेखनीय है कि यह हेल्पलाइन गृह मंत्रालय के अंतर्गत भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (I4C) की नागरिक वित्तीय साइबर धोखाधड़ी रिपोर्टिंग और प्रबंधन प्रणाली (CFCRMS) का हिस्सा है।
इस प्रणाली के तहत, शिकायत दर्ज होते ही साइबर वित्तीय धोखाधड़ी के पीड़ितों के पैसे तुरंत संदिग्धों के खातों में फ्रीज किए जा सकते हैं।
डीजीपी गौरव यादव ने कहा, “इन अत्याधुनिक नवाचारों से साइबर अपराध रिपोर्टिंग में सुधार होगा
और वित्तीय धोखाधड़ी के मामलों का त्वरित निपटारा सुनिश्चित होगा।
इससे नागरिक डिजिटल दुनिया में अधिक सशक्त बन सकेंगे।”
साइबर मित्र चैटबॉट दिन-रात सहायता प्रदान करेगा और त्वरित जानकारी तक पहुंच सुनिश्चित करेगा,
जिससे नागरिकों की जानकारी की सुरक्षा के लिए गोपनीय रिपोर्टिंग संभव हो सकेगी।
अब तक, पंजाब में 1930 हेल्पलाइन और एनसीआरपी पोर्टल पर 26,625 साइबर धोखाधड़ी से संबंधित शिकायतें प्राप्त हुई हैं।
साइबर क्राइम सेल ने 2024 में 17 प्रतिशत सफलता दर के साथ पीड़ितों के खातों से चोरी किए गए फंड को अपराधियों के बैंक खातों में फ्रीज करने में सफलता हासिल की है।
डीजीपी ने बताया कि पीड़ितों के 57 करोड़ रुपये धोखाधड़ी करने वालों के खातों में फ्रीज किए गए हैं।
एडीजीपी पंजाब साइबर क्राइम डिवीजन वी. नीरजा ने बताया
कि पंजाब राज्य साइबर क्राइम डिवीजन ने अपराधों से निपटने और जागरूकता बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।
मार्च 2024 में 28 नए साइबर पुलिस स्टेशनों की स्थापना के बाद 205 एफआईआर दर्ज की गई हैं।
साइबर मित्र चैटबॉट क्या है?
साइबर मित्र चैटबॉट पंजाब पुलिस के साइबर क्राइम डिवीजन की एक नई पहल है।
यह किसी भी व्यक्ति को साइबर अपराधों की रोकथाम और रिपोर्टिंग से संबंधित जानकारी प्राप्त करने की सुविधा प्रदान करता है।
उपयोगकर्ता “https://cybercrime.punjabpolice.gov.in” पर जाकर इसका उपयोग कर सकते हैं।
यह प्लेटफॉर्म नागरिकों को अपनी सुविधा अनुसार मदद प्राप्त करने का अवसर देता है,
जिससे वे पुलिस स्टेशन के घंटों तक सीमित नहीं रहते।
चैटबॉट स्थानीय भाषा सहित कई भाषाओं का समर्थन करता है, जिससे भाषा की बाधा समाप्त होती है।
जल्द ही, इसे व्हाट्सएप प्लेटफॉर्म से भी जोड़ा जाएगा, जिससे इसकी पहुंच और प्रभावशीलता में वृद्धि होगी।
इस पहल के माध्यम से, पंजाब पुलिस ने साइबर अपराधों के खिलाफ एक मजबूत कदम उठाया है,
जिससे नागरिकों को सुरक्षित डिजिटल अनुभव सुनिश्चित किया जा सके।