चंडीगढ़, 9 मई: भारत और पाकिस्तान के बीच हालात दिन-ब-दिन और गंभीर होते जा रहे हैं। एक ओर जहां सीमावर्ती क्षेत्रों में गोलीबारी और ड्रोन हमले तेज़ हो चुके हैं, वहीं दूसरी ओर भारत की सेना और वायुसेना ने अपनी सक्रियता से हर दुश्मनी कार्रवाई का करारा जवाब दिया है। ऐसे संवेदनशील समय में गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को विशेष चेतावनी पत्र भेजा है, जिसमें उन्हें आपातकालीन परिस्थितियों के लिए पूरी तरह तैयार रहने का निर्देश दिया गया है।
सभी राज्यों को सतर्क रहने का आदेश
गृह मंत्रालय की ओर से भेजी गई चिट्ठी में राज्यों के मुख्य सचिवों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रशासकों को अलर्ट मोड में रहने और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए जरूरी संसाधन और तंत्र पहले से तैयार रखने की सलाह दी गई है। मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि हर स्तर पर नागरिकों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए और इसके लिए नागरिक सुरक्षा नियमों के तहत विशेष अधिकारों का प्रयोग किया जाए।
इमरजेंसी लॉजिस्टिक्स और सामग्रियों की खरीद के निर्देश
पत्र में यह भी कहा गया है कि युद्ध जैसी स्थिति में जरूरी रसद, दवाइयां, खाद्य सामग्री, प्राथमिक चिकित्सा उपकरण, और अन्य राहत सामग्री की समय पर खरीद और सुरक्षित भंडारण सुनिश्चित किया जाए, ताकि ज़रूरत पड़ने पर इनका वितरण बाधित न हो। इसके लिए स्थानीय प्रशासन को निर्देशित किया गया है कि वह तत्काल कार्यवाही करे और राहत केंद्रों की व्यवस्था को क्रियान्वित करे।
भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई से पाकिस्तान को झटका
बीती रात पाकिस्तान ने भारत के कई शहरों को निशाना बनाते हुए मिसाइल, ड्रोन और फाइटर जेट से हमला करने की कोशिश की थी। लेकिन भारत की वायुसेना और एयर डिफेंस सिस्टम ने तीन पाकिस्तानी फाइटर जेट और दर्जनों मिसाइलों को हवा में ही नष्ट कर दिया। इसके तुरंत बाद भारतीय सेना ने पाकिस्तान के रणनीतिक ठिकानों पर जवाबी कार्रवाई की, जिसमें भारी तबाही हुई है।
सीमावर्ती इलाकों में हाई अलर्ट, जनता से संयम की अपील
सीमा से सटे राज्यों—जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान और गुजरात—में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। कई क्षेत्रों में नाइट विजन पैट्रोलिंग, बंकर व्यवस्था, और नागरिकों के लिए शेल्टर जोन तैयार किए जा रहे हैं। प्रशासन ने जनता से घबराने की बजाय शांति बनाए रखने और आधिकारिक सूचनाओं पर ही भरोसा करने की अपील की है।