मुख्यमंत्री दूध उपहार योजना: बच्चों और महिलाओं के पोषण में बड़ा कदम!!

Mukhyamantri Doodh Yojana
Mukhyamantri Doodh Uphar Yojana – हरियाणा सरकार ने राज्य के बच्चों और महिलाओं के पोषण में सुधार के लिए मुख्यमंत्री दूध उपहार योजना के तहत एक नई दिशा में कदम बढ़ाया है।
उपायुक्त मोनिका गुप्ता ने बताया कि योजना के तहत आंगनवाड़ी केंद्रों में 6 महीने से 6 साल तक के बच्चों,
गर्भवती महिलाओं, दूध पिलाने वाली माताओं और किशोरियों को पोषण युक्त खाद्य पदार्थ दिए जा रहे हैं।
दिसंबर 2024 से योजना में नए पोषण आहार शामिल किए गए हैं।
इनमें प्रोटीन मिल्क बार, इंस्टेंट खीर मिक्सचर और फोर्टिफाइड स्किम्ड मिल्क पाउडर प्रमुख हैं,
जिन्हें नियमित रूप से लाभार्थियों को उपलब्ध कराया जा रहा है।
यह कदम न केवल पोषण के स्तर को बढ़ाने के लिए है
बल्कि राज्य में स्वस्थ और सशक्त समुदाय के निर्माण की दिशा में एक बड़ा प्रयास है।

Mukhyamantri Doodh Yojana – योजना की विशेषताएं और बदलाव

इस योजना के तहत आंगनवाड़ी केंद्रों में दिए जाने वाले पारंपरिक पोषाहार को आधुनिक जरूरतों के अनुसार बदला गया है।
प्रोटीन मिल्क बार:
मूंगफली, गुड़, और नारियल पाउडर से बने ये बार प्रोटीन और ऊर्जा का बढ़िया स्रोत हैं। यह बच्चों और महिलाओं को जरूरी पोषक तत्व प्रदान करता है।
इंस्टेंट खीर मिक्सचर:
चावल, दूध पाउडर और नारियल के स्वाद से भरपूर यह मिक्सचर न केवल पोषण देता है बल्कि स्वाद में भी लाजवाब है।
बाजरा मिक्सचर:
रोस्टेड बाजरा, सोया, चना और मूंगफली से बना यह मिक्सचर लाभार्थियों को ऊर्जा और फाइबर प्रदान करता है।
फोर्टिफाइड स्किम्ड मिल्क पाउडर:
आवश्यक विटामिन और खनिजों से युक्त यह दूध पाउडर बच्चों और गर्भवती महिलाओं के समग्र विकास में सहायक है।

Mukhyamantri Doodh Yojana – स्वास्थ्य और पोषण में सुधार

यह योजना न केवल शरीर को पोषण प्रदान करती है,
बल्कि लाभार्थियों को स्वस्थ आदतें अपनाने और संतुलित आहार के महत्व को समझाने में मदद करती है।
उपायुक्त ने बताया कि इन खाद्य पदार्थों को खासतौर पर इस तरह तैयार किया गया है
कि वे शारीरिक विकास के साथ-साथ रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ाएं।

डिजिटल ट्रैकिंग से पारदर्शिता

लाभार्थियों को दिए गए राशन की निगरानी पोषण ट्रैकर ऐप के माध्यम से की जाती है।
ऐप का उद्देश्य लाभार्थियों को योजनाओं के बारे में जागरूक करना और आंगनवाड़ी सेवाओं में पारदर्शिता सुनिश्चित करना है।

सर्दियों में भी पोषण सुनिश्चित

शीतकालीन अवकाश (1 से 20 जनवरी) के दौरान भी लाभार्थियों को पोषाहार उपलब्ध कराया जाएगा।
सभी आंगनवाड़ी केंद्रों को यह निर्देश दिए गए हैं कि लाभार्थियों को नियमित रूप से राशन वितरण किया जाए।
मुख्यमंत्री दूध उपहार योजना के ये सुधार राज्य के बच्चों और महिलाओं के स्वास्थ्य और पोषण स्तर को ऊंचा उठाने में अहम भूमिका निभा रहे हैं।
इस योजना का उद्देश्य कुपोषण मुक्त हरियाणा का सपना साकार करना और आने वाली पीढ़ियों को स्वस्थ और सशक्त बनाना है।