गीता जयंती पर विद्यार्थियों ने एकसाथ उच्चारण किया अष्टादश श्लोकी गीता, समर्पण और संस्कार का संदेश!

Geeta Jayanti Celebrations

राजकीय स्नातकोत्तर महिला महाविद्यालय, सेक्टर-14, पंचकूला में जिला स्तरीय Geeta Jayanti Celebrations का आयोजन किया गया।

इस भव्य कार्यक्रम के अंतिम दिन सैकड़ों विद्यार्थियों ने एक मिनट में अष्टादश श्लोकी गीता का सामूहिक उच्चारण किया।

इस दौरान कुरूक्षेत्र के ब्रहम सरोवर और थीम पार्क से लाइव प्रसारण भी किया गया।

Geeta Jayanti Celebrations – गीता के जीवन में महत्व को समझाया

कार्यक्रम की शुरुआत अतिरिक्त उपायुक्त, निशा यादव ने दीप जलाकर की।

उन्होंने कार्यक्रम में शामिल विद्यार्थियों को श्रीमद्भागवत गीता की पुस्तकें वितरित की।

कार्यक्रम के दौरान हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी का संबोधन भी उपस्थित विद्यार्थियों ने सुना,

जिसमें उन्होंने गीता के जीवन में महत्व को समझाया।

निशा यादव ने इस अवसर पर कहा, “गीता कोई सामान्य पुस्तक नहीं, बल्कि जीवन जीने की कला सिखाने वाला महाग्रंथ है।

इसमें हर समस्या का समाधान छिपा है और यह हमें धर्म, कर्म और कर्तव्य के महत्व को समझाता है।

छात्रों को सिर्फ पाठ्य पुस्तकें नहीं, बल्कि गीता का भी अध्ययन करना चाहिए।”

कुल 18 अध्याय और 700 श्लोक

उन्होंने आगे कहा कि गीता में वेद, उपनिषदों और जीवन के महत्वपूर्ण तत्वों का सार निहित है। इसमें कुल 18 अध्याय और 700 श्लोक हैं,

जो जीवन के हर पहलू को समझाने का मार्ग दिखाते हैं।

गीता का एक श्लोक ही यदि जीवन में अपनाया जाए, तो वह व्यक्ति का जीवन सफल हो सकता है।

कार्यक्रम में जिला शिक्षा अधिकारी सतपाल कौशिक, महाविद्यालय की प्राचार्य रिचा सेतिया, जिला सूचना

और जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार, संस्कृत आचार्य कमेलश, कल्चरल कोऑर्डिनेटर दीपा रानी और मंच संचालक सुशील कुमार भी मौजूद रहे।