Meghalaya Murder case: सोनम रघुवंशी की साजिश का खुला राज, देवेंद्र सिंह के कैमरे में कैद हुई ह*त्या से जुड़ी अहम तस्वीरें!

चंडीगढ़, 18 जून:  इंदौर के कारोबारी राजा रघुवंशी की रहस्यमयी हत्या की गुत्थी अब धीरे-धीरे सुलझती दिखाई दे रही है। इस बहुचर्चित केस में एक आम ट्रैवलर की मोबाइल वीडियो से पुलिस को बेहद अहम सबूत हाथ लगे हैं, जिसने जांच की दिशा ही बदल दी है।

23 मई को शिलांग के डबल डेकर ब्रिज के पास ट्रैवलिंग कर रहे देवेंद्र सिंह की शूट की गई एक वीडियो क्लिप में हत्याकांड से जुड़े सभी मुख्य चेहरे – सोनम रघुवंशी, राजा रघुवंशी और तीन अन्य आरोपी साफ तौर पर नजर आ रहे हैं। यह वीडियो अब पुलिस के लिए एक निर्णायक सुराग बन गया है।

 कैसे मिला यह अहम वीडियो?

देवेंद्र सिंह, जो हरियाणा के सोनीपत के रहने वाले हैं, एक ट्रैवल व्लॉगर हैं। 23 मई को उन्होंने शिलांग के डबल डेकर ब्रिज पर अपनी पत्नी और गाइड के साथ एक वीडियो शूट किया। वे उस समय केवल पर्यटक थे और किसी आपराधिक संदर्भ की उन्हें जानकारी नहीं थी।

देवेंद्र ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट में बताया कि वे लगातार पांच घंटे तक वीडियो रिकॉर्डिंग कर रहे थे। बीच-बीच में रिकॉर्डिंग ऑन और ऑफ करते हुए उन्होंने अपने सफर के खूबसूरत दृश्यों को कैप्चर किया। इसी दौरान उनके कैमरे में कुछ अनजाने लोग भी कैद हुए, जिनकी असल पहचान उन्हें बाद में जाकर पता चली।

 वीडियो में क्या नजर आया?

पुलिस सूत्रों के अनुसार:

  • सुबह 9:25 बजे आकाश आनंद और विशाल ब्रिज के पास आते दिखते हैं।

  • इसके करीब 20 मिनट बाद यानी 9:45 बजे, सोनम रघुवंशी आगे-आगे और राजा रघुवंशी पीछे-पीछे ब्रिज की ओर बढ़ते दिखाई देते हैं।

देवेंद्र ने बताया कि वीडियो शूट करते समय उनकी पत्नी भी उनका वीडियो बना रही थीं। जब उन्होंने दोबारा वीडियो क्लिप्स को देखा, तब उन्हें एहसास हुआ कि उनकी रिकॉर्डिंग में वही लोग मौजूद हैं, जिनकी तस्वीरें बाद में खबरों में दिख रही थीं।

 देवेंद्र का अनुभव: “तब कुछ अजीब नहीं लगा था…”

देवेंद्र सिंह ने अपने अनुभव को साझा करते हुए कहा:

“शिलांग का डबल डेकर ब्रिज बेहद शांत और हरियाली से घिरा हुआ है। हम केवल एक ट्रैवल एक्सपीरियंस के लिए वहां गए थे। किसी भी आपराधिक गतिविधि का अंदेशा तक नहीं था। जब बाद में खबरें देखीं, तो लगा कि हमारी वीडियो में कैद वो लोग शायद इस पूरी साजिश से जुड़े रहे होंगे।”

उन्होंने यह भी बताया कि 25 मई को जब यह खबर आई कि एक कपल शिलांग में लापता हो गया है, तब भी उन्हें कुछ खास शक नहीं हुआ।
2 जून को राजा का शव बरामद होने के बाद भी उन्होंने यही सोचा कि शायद सोनम मानव तस्करी का शिकार हो गई हो। लेकिन जब सोनम गाजीपुर में दिखाई दी, तो उन्हें समझ में आया कि वह उस दिन वहीं मौजूद थी, जब उन्होंने वीडियो बनाया था।

 पुलिस जांच में नई दिशा

शिलांग पुलिस को अब देवेंद्र सिंह का वीडियो और उनका बयान बेहद अहम लग रहा है।

  • पुलिस जल्द ही देवेंद्र सिंह का बयान दर्ज करेगी।

  • वीडियो को औपचारिक रूप से केस का सबूत माना जाएगा।

  • सोनम रघुवंशी और अन्य आरोपियों को घटना स्थल पर रीकंस्ट्रक्शन के लिए ले जाया जाएगा, ताकि वीडियो के जरिए उनकी गतिविधियों की पुष्टि की जा सके।

इस वीडियो से घटना की टाइमलाइन, आरोपियों की स्थिति और मूवमेंट, तथा हत्या से जुड़ी योजना को बेहतर तरीके से समझने में मदद मिलेगी।

 केस में बनती एक मजबूत कड़ी

राजा रघुवंशी की हत्या के इस हाई-प्रोफाइल केस में यह वीडियो एक मजबूत सबूत और नई कड़ी के रूप में सामने आया है। यह न केवल आरोपी की उपस्थिति की पुष्टि करता है, बल्कि हत्या की पूरी प्लानिंग और घटनाक्रम को तारीख, समय और स्थान के साथ जोड़ता है