मातेश्वरी अहिल्याबाई के 300वें जन्मोत्सव पर शुरू हुआ जनजागरण अभियान, 31 मई को कुरुक्षेत्र में भव्य समारोह!

चंडीगढ़, 22 मई: हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने प्रदेश की मेहनतकश और परंपराओं से समृद्ध पाल गडरिया समाज से आह्वान किया कि वे अपने बच्चों की शिक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दें। उन्होंने कहा कि “ज्ञान ही ऐसा शस्त्र है जो हर बंधन को तोड़ सकता है”। यह बात उन्होंने मातेश्वरी अहिल्याबाई के 300वें जन्मोत्सव के अवसर पर चंडीगढ़ में जनजागरण अभियान की शुरुआत करते हुए कही।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह जनजागरण अभियान 31 मई तक चलेगा और इस दिन कुरुक्षेत्र में एक विशाल समारोह के साथ इसका समापन होगा। इस समारोह के माध्यम से समाज को शिक्षा, एकता और आत्मनिर्भरता के रास्ते पर और मज़बूती से आगे बढ़ाने का संदेश दिया जाएगा।

पाल गडरिया समाज: परंपरा, परिश्रम और पहचान का प्रतीक

मुख्यमंत्री ने समाज के ऐतिहासिक योगदान को रेखांकित करते हुए कहा कि पाल गडरिया समाज भारत की ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़ रहा है। इस समाज की परंपराएं होलकर वंश, मल्हारराव होलकर और मातेश्वरी अहिल्याबाई जैसी महान विभूतियों से जुड़ी रही हैं। इन्होंने भारत की संस्कृति, सेवा और संघर्ष को जीवंत रखा।

उन्होंने कहा कि जब हम ‘आत्मनिर्भर भारत’ की बात करते हैं, तो ऐसे मेहनतकश समाजों की भूमिका सबसे अहम हो जाती है। गांव-गांव में जो मेहनत और खुशबू है, उसमें पाल गडरिया समाज के परिश्रम की अहम भूमिका है।

शिक्षा के साथ-साथ समाजिक योजनाओं की जानकारी

मुख्यमंत्री सैनी ने बताया कि अब समय आ गया है जब यह समाज शिक्षा, राजनीति, खेल और उद्यमिता के क्षेत्र में आगे बढ़े। उन्होंने विशेष रूप से बच्चों और बेटियों को शिक्षा के क्षेत्र में प्रोत्साहित करने की बात कही। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर केंद्र और राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं की विस्तृत जानकारी भी दी:

  • 52 लाख बी.पी.एल. परिवारों को मुफ्त अनाज

  • प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत 15 लाख मुफ्त गैस कनेक्शन

  • 500 रुपये में रसोई गैस सिलेंडर

  • 1,000 किलोमीटर मुफ्त यात्रा (हैप्पी कार्ड से)

  • प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान

  • अम्बेडकर नवीनीकरण योजना के तहत मकान मरम्मत के लिए ₹80,000

  • आयुष्मान भारत-चिरायु योजना से ₹5 लाख तक मुफ्त इलाज

  • बेटियों की शादी पर ₹71,000 तक शगुन

  • दयालु योजना के तहत विशेष सहायता (₹5 लाख तक)

अनुसूचित जातियों को मिले आरक्षण का न्याय

मुख्यमंत्री ने बताया कि अनुसूचित जातियों में उन वर्गों को भी आरक्षण का लाभ मिल रहा है जो अब तक वंचित थे। सरकारी नौकरियों में अनुसूचित जातियों के लिए आरक्षित 20 प्रतिशत कोटे में से 10 प्रतिशत कोटा विशेष रूप से वंचित जातियों के लिए आरक्षित किया गया है।

एकजुटता और नेतृत्व का आह्वान

मुख्यमंत्री ने पाल गडरिया समाज से एकजुटता और संगठित प्रयासों का आह्वान करते हुए भरोसा दिलाया कि राज्य सरकार उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। उन्होंने कहा कि यही असली बदलाव है कि अब समाज के युवा मेडिकल, इंजीनियरिंग, प्रशासनिक सेवाओं में प्रवेश कर रहे हैं, और बेटियां भी नेतृत्व के पथ पर आगे बढ़ रही हैं। यही है नया भारत।

अन्य नेताओं ने भी दिए प्रेरणादायक संदेश

इस अवसर पर मौजूद हरियाणा सरकार के मंत्रीगण और वरिष्ठ नेता भी मातेश्वरी अहिल्याबाई को श्रद्धांजलि देने पहुंचे।

  • सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री कृष्ण कुमार बेदी ने कहा कि अहिल्याबाई सनातन धर्म की ध्वजवाहक थीं और आज की सरकार उस ध्वज को ऊँचा बनाए रखे हुए है।

  • जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री रणबीर गंगवा ने भी उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए।

  • कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के ओएसडी भारत भूषण भारती, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल कौशिक, यूपी के पूर्व मंत्री सतीश पाल सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए।