हरियाणा में जल संकट पर सख्त रुख, मंत्री रणबीर गंगवा की अधिकारियों को दो-टूक!

चंडीगढ़, 23 अप्रैल: हरियाणा के जनस्वास्थ्य एवं अभियंत्रिकी मंत्री श्री रणबीर गंगवा ने राज्यभर के जल आपूर्ति से जुड़े अधिकारियों के साथ व्यापक समीक्षा बैठक की और गर्मी के मौसम में पेयजल की सुचारू आपूर्ति को लेकर एक्शन मोड में नजर आए। सेक्टर-1 स्थित रेड बिशप भवन में हुई इस बैठक में उन्होंने अधिकारियों को कड़े निर्देश देते हुए कहा कि,

“अब सिर्फ मीटिंग नहीं, मिशन मोड में काम चाहिए। हर नागरिक तक साफ और पर्याप्त पानी पहुंचाना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।”

फील्ड में जाकर खुद देखें हालात, सिर्फ फाइलों से काम नहीं चलेगा

श्री गंगवा ने अधिकारियों से साफ कहा कि वे फील्ड विजिट करें, पानी की सप्लाई की स्थिति देखें, लीकेज पकड़ें, और जहां लापरवाही दिखे, वहीं पर तत्काल एक्शन लें। उन्होंने स्पष्ट किया कि:

“कोई भी अधिकारी स्टेशन छोड़कर न जाए। गांवों में जाकर सप्लाई और लीकेज का रीयल टाइम आंकलन करें।”

गर्मी में हर बूंद अहम, कार्य योजना पर फोकस

गंगवा जी ने बताया कि बढ़ते तापमान के चलते पेयजल की मांग में वृद्धि होना स्वाभाविक है। ऐसे में, विभाग ने बिजली, सिंचाई और अन्य संबंधित विभागों के साथ मिलकर एक संवेदनशील और समन्वित कार्य योजना तैयार की है। इसका उद्देश्य है – एक भी नागरिक प्यासा न रहे

प्रमुख निर्देशों की झलक:

  • लीकेज की पहचान और तत्काल सुधार

  • जनरेटर बैकअप की व्यवस्था, ताकि बिजली कटौती में भी पानी की सप्लाई न रुके

  • पानी की गुणवत्ता की नियमित जांच, विफलता पर दोबारा टेस्टिंग और समाधान

  • ट्यूबवेलों का औचक निरीक्षण, ड्यूटी पर गैर-जिम्मेदार ऑपरेटरों पर सख्त कार्रवाई

  • टैंकर सप्लाई 12 घंटे के भीतर सुनिश्चित

  • व्हाट्सऐप ग्रुप और प्रेस कटिंग मॉनिटरिंग से फील्ड रिपोर्टिंग की समीक्षा

  •  जनप्रतिनिधियों और जनता की शिकायतों पर सीधी और त्वरित कार्रवाई

  • बरसात से पहले सीवरेज और ड्रेनेज सिस्टम की सफाई सुनिश्चित करना

“जल ही जीवन है” अब महज नारा नहीं – गांवों में अभियान का ऐलान

गंगवा जी ने बताया कि राज्यभर के स्कूलों में बच्चों के ज़रिए रैली, नुक्कड़ नाटक, स्लोगन प्रतियोगिताएं करवाई जाएंगी, ताकि गांव-गांव में पानी बचाने की अलख जगे। उन्होंने उपायुक्तों और पंचायतों को आदेश दिया कि वे गांव स्तर पर ग्राम सभाएं आयोजित करें, जिसमें जल संरक्षण की सीख और सहभागिता हो।

“हर बच्चा बनेगा जल प्रहरी, और हर गांव देगा पानी बचाने का संदेश।”

दीवारों पर लिखेगा संदेश, दिलों में जगेगा जज़्बा

गांवों और शहरों में फ्लैक्स बोर्ड, स्लोगन और पोस्टर लगाए जाएंगे, जिन पर लिखा होगा:

  • ‘बिन पानी सब सून’

  • ‘जल है तो कल है’

  • ‘पानी बचाओ, देश बचाओ’

  • ‘पानी नहीं, तो जीवन नहीं’

संकटग्रस्त इलाकों में तेज़ी से होगा काम

जिन क्षेत्रों में भूजल स्तर गिर रहा है, वहां नई ट्यूबवेल की ड्रिलिंग, पंपिंग मशीनरी की बढ़ोतरी, और स्टैंडबाय मोटरों की व्यवस्था की जाएगी, ताकि आपातकालीन स्थिति में जल सेवा जारी रहे।

एक्शन नहीं तो एक्शन लेंगे – मंत्री ने चेताया

श्री गंगवा ने दो टूक कहा कि जो अधिकारी और कर्मचारी अपने दायित्व का निर्वहन नहीं करेंगे, उनके खिलाफ तुरंत सख्त कार्रवाई की जाएगी। हर 5-7 दिन में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से रिव्यू बैठकें होंगी और काम की स्थिति का सीधा मूल्यांकन किया जाएगा।

उपस्थित रहे उच्च अधिकारी

इस अहम बैठक में विभाग के कमिश्नर व सचिव मोहम्मद साहिन, इंजीनियर इन चीफ देवेंद्र सिंह, विशेष इंजीनियर असीम खन्ना, और राज्यभर से अधीक्षक अभियंता एवं कार्यकारी अभियंता शामिल हुए।

हरियाणा सरकार अब जल संकट को केवल एक समस्या नहीं, एक जन अभियान की तरह देख रही है। रणबीर गंगवा का यह एक्शन प्लान बताता है कि राज्य सिर्फ बुनियादी सुविधाएं नहीं दे रहा, बल्कि आगामी पीढ़ियों के लिए एक जिम्मेदार भविष्य भी तैयार कर रहा है।