चंडीगढ़, 5 मई: आज का दिन श्रद्धालुओं के लिए अत्यंत पावन और शुभ है, क्योंकि आज बगलामुखी जयंती है। हिंदू पंचांग के अनुसार, यह पर्व वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन को विशेष माना जाता है क्योंकि मान्यता है कि आज ही के दिन हरिद्रा सरोवर से देवी बगलामुखी का प्राकट्य हुआ था।
कौन हैं मां बगलामुखी?
देवी बगलामुखी को दस महाविद्याओं में आठवीं महाविद्या के रूप में पूजा जाता है। वे पीताम्बरा देवी के नाम से भी जानी जाती हैं — जिनका आभा मंडल पीले रंग से युक्त होता है। मां बगलामुखी को शत्रुनाशिनी, विवाद विनाशिनी, और मौन की देवी माना जाता है। कहा जाता है कि उनका ध्यान और जाप किसी भी व्यक्ति की बाधाओं को नष्ट, शत्रुओं को परास्त, और मन के डर को समाप्त करने में समर्थ होता है।
इस दिन मां बगलामुखी के मंत्रों का जप विशेष फलदायी होता है। आइए जानते हैं कुछ ऐसे दिव्य और प्रभावशाली मंत्र जो आपकी विभिन्न समस्याओं को समाप्त कर सकते हैं।
दरिद्रता दूर करने के लिए मंत्र (Mantra to Remove Poverty)
यदि जीवन में आर्थिक संकट लंबे समय से पीछा नहीं छोड़ रहा है, तो इस विशेष अवसर पर माता का स्मरण करके यह मंत्र जपें। इससे वित्तीय अड़चनें, रुकावटें और अभाव की स्थितियां दूर होती हैं।
मंत्र: “ॐ ह्लीं श्रीं बगले मम सर्व दरिद्रता नाशय नाशय ह्लीं फट्।”
भय नाशक मंत्र (Mantra to Remove Fear)
मां बगलामुखी की आराधना विशेषकर भय, आतंरिक अशांति और शत्रु भय से मुक्ति के लिए की जाती है। इस मंत्र का जप भय को जड़ से समाप्त कर देता है।
मंत्र: “ॐ ह्लीं ह्लीं ह्लीं बगले सर्व भयं हन हन स्वाहा।”
परीक्षा में सफलता का मंत्र (Mantra for Exam Success)
यदि आप किसी भी परीक्षा में सफलता की कामना रखते हैं, तो परीक्षा से पहले यह मंत्र श्रद्धा से जपें। यह बुद्धि, स्मरण शक्ति और सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करता है।
मंत्र: “ॐ ह्रीं ह्रीं ह्रीं बगामुखी देव्यै ह्लीं साफल्यं देहि देहि स्वाहा।”
एकाग्रता और मानसिक शांति के लिए मंत्र (Mantra for Focus and Clarity)
यदि आपका मन इधर-उधर भटकता है या ध्यान केंद्रित नहीं हो पा रहा है, तो मां बगलामुखी का यह श्लोक आपको मानसिक स्थिरता और एकाग्रता देगा।
श्लोक: “जिह्वाग्रमादाय करेण देवीं, वामेन शत्रून् परि-पीडयन्तीम्।
गदाभिघातेन च दक्षिणेन, पीताम्बराढ्यां द्विभुजां नमामि॥”
बगलामुखी जयंती पर विशेष क्यों?
बगलामुखी जयंती पर किया गया मंत्र जाप सौ गुना अधिक फलदायी माना जाता है। इस दिन पीले वस्त्र पहनकर, पीले फूल अर्पित कर, पीले प्रसाद के साथ मां की पूजा करने से मां पीताम्बरा शीघ्र प्रसन्न होती हैं। विशेषत: पीली हल्दी, चने की दाल और पीले पुष्प को अर्पित करना बहुत ही शुभ माना गया है।
आज ही करें साधना, कल बदल जाएगा भाग्य
बगलामुखी देवी की साधना केवल पूजा नहीं, बल्कि एक ऊर्जावान अनुभव है, जो आपके भीतर आत्मबल और निर्भयता भर देती है। अगर सच्चे मन से और नियमपूर्वक आज इन मंत्रों का जाप किया जाए, तो जीवन में सफलता, समृद्धि, और सुरक्षा का मार्ग खुल सकता है।