चंडीगढ़, 29 अप्रैल: हरियाणा के पंचायत एवं विकास मंत्री श्री कृष्ण लाल पंवार ने आज डॉ. भीमराव अंबेडकर की 135वीं जयंती के मौके पर लोगों को शिक्षा और समाज सेवा की दिशा में आगे बढ़ने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि अगर हम अपने बच्चों को उच्च शिक्षा दिलवाएंगे, तभी बाबा साहब का सपना पूरा कर सकेंगे।
अंबेडकर भवन, पंचकूला में आयोजित समारोह में मंत्री जी ने 21 लाख रुपये की लिफ्ट निर्माण की घोषणा की और स्मार्ट क्लासरूम का उद्घाटन भी किया।
बच्चों को पढ़ाना ही सबसे बड़ी सेवा
श्री पंवार ने समारोह में लोगों से अपील की कि वे समाज के होनहार बच्चों को गोद लें और उनकी उच्च शिक्षा का पूरा खर्च उठाएं। उन्होंने कहा कि शिक्षा ही एकमात्र तरीका है जिससे हम समाज को आगे बढ़ा सकते हैं।
कोचिंग सेंटर और लाइब्रेरी हर जिले में
उन्होंने बताया कि हर जिले में कोचिंग सेंटर और लाइब्रेरी खोलने की योजना पर काम चल रहा है ताकि युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए बेहतर सुविधाएं मिल सकें।
बाबा साहब से लें प्रेरणा
श्री पंवार ने कहा कि डॉ. अंबेडकर ने दलित समाज और महिलाओं के अधिकारों के लिए जीवन भर संघर्ष किया। उन्होंने हिंदू कोड बिल लाकर महिलाओं को कानूनी अधिकार दिए। वे भारत के महान अर्थशास्त्री और संविधान निर्माता थे।
गुरु रविदास धाम और मेडिकल कॉलेज
उन्होंने यह भी बताया कि
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कुरुक्षेत्र के उमरी गांव में 5 एकड़ जमीन पर गुरु रविदास धाम और छात्रावास बन रहा है।
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फतेहाबाद के मेडिकल कॉलेज का नाम भी गुरु रविदास जी के नाम पर रखा गया है।
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सिरसा विश्वविद्यालय में एक चेयर भी उनके नाम पर स्थापित की जा रही है।
रोज़गार नहीं, रोजगार देने वाले बनें
उन्होंने कहा कि सरकार ने युवाओं के लिए उद्योग क्षेत्र में आगे आने के लिए प्रोत्साहन दिया है:
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एचएसआईडीसी के प्लॉटों में 20% आरक्षण दिया गया है।
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महिलाओं और युवाओं को उद्योग खोलने के लिए सब्सिडी भी दी जा रही है।
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सरकार चाहती है कि युवा नौकरी मांगने वाले नहीं, रोजगार देने वाले बनें।
समारोह में कई प्रमुख लोग रहे मौजूद
समारोह में संत मंदीप दास महाराज, उद्योग विभाग के प्रधान सचिव डी सुरेश, पूर्व विधायक लहरी सिंह, और अन्य वरिष्ठ अधिकारी जैसे आर के सिंह, डा. इंद्रजीत, श्रीमती बनतो कटारिया सहित कई गणमान्य लोग शामिल हुए।
इसके अलावा सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी और स्थानीय नेता जैसे के एस भोरिया, सुल्तान सिंह, राजकपूर अहलावत, हरपाल सिंह, और ओमवती पूनिया भी उपस्थित रहे।