चंडीगढ़, 18 जून: हरियाणा सरकार धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र को एक भव्य, पौराणिक और वैश्विक पहचान दिलाने के लक्ष्य की ओर तेज़ी से कदम बढ़ा रही है। इसी दिशा में आज कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड की 82वीं बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें अनेक महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए जो इस ऐतिहासिक नगर के स्वरूप को न केवल आधुनिक बनाएंगे, बल्कि इसकी आध्यात्मिक आत्मा को भी सहेजकर प्रस्तुत करेंगे।
बैठक की अध्यक्षता हरियाणा के राज्यपाल व कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के अध्यक्ष श्री बंडारू दत्तात्रेय ने की, जबकि मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी उपाध्यक्ष के रूप में उपस्थित रहे। बैठक में कैबिनेट मंत्री श्री विपुल गोयल, प्रशासनिक अधिकारी, जनप्रतिनिधि, संत-विद्वान व अन्य गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए।
हर द्वार से झलकेगा महाभारत का युग, हर कोने में दिखेगा इतिहास
बैठक में यह तय हुआ कि कुरुक्षेत्र में प्रमुख चौक व प्रवेश द्वारों को महाभारत थीम पर विकसित किया जाएगा। ये गेट न केवल दर्शकों को प्राचीन काल की अनुभूति कराएंगे, बल्कि कला, शिल्प व संस्कृति का जीवंत प्रदर्शन भी करेंगे।
विशेष रूप से ज्योतिसर मार्ग पर स्थापित सुदर्शन चक्र को भव्य रूप से दोबारा निर्मित किया जाएगा, जिसके साथ भगवान श्रीकृष्ण की प्रतिमा और सजीव प्रकाश व्यवस्था भी जोड़ी जाएगी।
ब्रहमसरोवर के प्रवेश द्वारों को नाम देने, परिसर की हरियाली बढ़ाने, रेलवे ब्रिज के पास श्लोकों को अंकित करने, और पूरे शहर को धार्मिक रंग-रूप देने की भी योजना बनाई गई है।
ई-बसों से जुड़ेंगे तीर्थ स्थल, बनेगा डेली पास सिस्टम
कुरुक्षेत्र के तीर्थ स्थलों को एक-दूसरे से जोड़ने के लिए एक इलेक्ट्रिक बस सेवा शुरू की जाएगी। ये बसें 48 कोस परिक्रमा के अंतर्गत आने वाले तीर्थ स्थलों को आपस में जोड़ेगी।
बसों में डिजिटल रूट मैप, दैनिक पास सिस्टम और सुविधाजनक एंट्री टोकन की व्यवस्था की जाएगी। खास बात यह है कि ये डेली पास बस यात्रा के साथ-साथ प्रमुख धार्मिक स्थलों में प्रवेश पास के रूप में भी मान्य होंगे।
48 कोस परिक्रमा में शामिल होंगे और तीर्थ, होगा एक समान डिज़ाइन
बोर्ड ने बताया कि पहले से चिन्हित 164 तीर्थ स्थलों के साथ अब 18 नए तीर्थों की पहचान पूरी कर ली गई है। इन स्थलों का एक समान डिज़ाइन, रंग-रूप, प्रवेश द्वार, पार्क और हॉल होंगे ताकि तीर्थ यात्रियों को हर स्थान पर एक पवित्र एकरूपता का अनुभव हो। एक विस्तृत प्रेजेंटेशन (PPT) के माध्यम से डिजाइनों को बैठक में प्रस्तुत किया गया।
तीर्थ यात्रियों के लिए 4 नए इंफॉर्मेशन सेंटर
धार्मिक पर्यटन को सुविधाजनक बनाने के लिए चार नए इंफॉर्मेशन सेंटर स्थापित किए जाएंगे। ये सेंटर पिपली बस स्टैंड, कुरुक्षेत्र रेलवे स्टेशन, ज्योतिसर परिसर और कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड कार्यालय में बनेंगे।
इनमें पोस्टर, बुकलेट, नक्शे, होटल और पर्यटन स्थलों की जानकारी सहित सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध होंगे। 15 अक्टूबर तक इन केंद्रों को चालू करने के निर्देश दिए गए हैं।
हर ऐतिहासिक स्थल की होगी कहानी – लगाए जाएंगे सूचना बोर्ड
मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने निर्देश दिए कि हर ऐतिहासिक स्थल के पास जानकारी देने वाले बोर्ड लगाए जाएं, जिनमें उस स्थान का ऐतिहासिक, धार्मिक व सांस्कृतिक महत्व लिखा हो।
जैसे यदि किसी स्थल पर बाणगंगा, भीष्म कुंड या अन्य पौराणिक स्थल हैं, तो वहां यह स्पष्ट किया जाए कि उस स्थान की महाभारत या पुराणों से क्या कथा जुड़ी हुई है। इससे दर्शकों को न केवल दर्शन का लाभ मिलेगा, बल्कि वे इतिहास से भी जुड़ सकेंगे।
48 तीर्थ, 48 उत्सव – हर गांव में जनभागीदारी का नया मंत्र
राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने एक अनोखा सुझाव दिया कि 48 कोस परिक्रमा में आने वाले गांवों में हर वर्ष 48 उत्सव आयोजित किए जाएं।
इन आयोजनों में स्थानीय जनता, जनप्रतिनिधि और धार्मिक संगठनों की सहभागिता सुनिश्चित की जाए ताकि कुरुक्षेत्र की परंपरा जमीनी स्तर तक पहुंचे और ग्रामीणों को इसका आर्थिक और सांस्कृतिक लाभ भी मिले।
ग्लोबल पहचान के लिए उठे कदम – जापान बनेगा साझेदार
गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद जी ने सुझाव दिया कि गीता महोत्सव को अंतरराष्ट्रीय स्वरूप देने के लिए जापान को ग्लोबल पार्टनर बनाया जाए।
उन्होंने कहा कि भारत जैसे आध्यात्मिक देश की विरासत को दुनिया भर में ले जाने के लिए “ग्लोबल गीता समिट” जैसा आयोजन किया जाए, जिसमें विभिन्न देशों से वेद-गीता विशेषज्ञ, स्कॉलर और अध्यात्मिक गुरु शामिल हों।
बैठक में रही शीर्ष स्तर की भागीदारी
बैठक में सांसद श्री नवीन जिंदल ने वर्चुअल माध्यम से भाग लिया। इसके अलावा विधायक श्री अशोक अरोड़ा, मुख्य सचिव श्री अनुराग रस्तोगी, अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुमिता मिश्रा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री अरुण गुप्ता, अतिरिक्त प्रधान सचिव डॉ. साकेत कुमार, ओएसडी श्री भारत भूषण भारती, सीईओ श्री पंकज सेतिया, और अन्य अधिकारी व गणमान्य सदस्य उपस्थित रहे।