पंजाब: शंभू बॉर्डर पर आत्म*ह*त्या करने वाले किसान के परिवार को आर्थिक मदद और नौकरी का ऐलान

Kisan Andolan

Kisan Andolan – पंजाब के खन्ना जिले के गांव रत्नहेड़ी के किसान Ranjodh Singh, जिन्होंने शंभू बॉर्डर पर 14 दिसंबर को आत्महत्या कर ली थी,

उनके परिवार को राज्य सरकार ने राहत देने की घोषणा की है।

सरकार ने किसान के परिवार को 5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता और उनके बेटे को सरकारी नौकरी देने का भरोसा दिलाया है।

इस घोषणा के बाद रणजोध सिंह का अंतिम संस्कार आज उनके गांव में किया गया।

Kisan Andolan – अंतिम संस्कार में किसान नेता और पंचायत हुई शामिल

अंतिम संस्कार के दौरान शेर-ए-पंजाब किसान यूनियन के प्रधान गुरिंदर सिंह भंगू, अन्य किसान संगठनों के प्रतिनिधि, पंचायत के सदस्य और परिवार के लोग मौजूद रहे।

Ranjodh Singh ने आंदोलन के लिए दिया था योगदान

गुरिंदर सिंह भंगू ने बताया कि रणजोध सिंह शंभू बॉर्डर पर आंदोलन में लगातार सक्रिय थे और लंगर सेवा में योगदान देते थे।

वे सरकार की किसान विरोधी नीतियों से आहत थे।

हाल ही में किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की बिगड़ती सेहत को देखकर उन्होंने यह कदम उठाया।

यूनियन की अपील: ऐसा कदम न उठाएं किसान

किसान नेताओं ने इस दुखद घटना पर गहरी संवेदना व्यक्त की और किसानों से अपील की कि वे आत्महत्या जैसा कदम न उठाएं।

उन्होंने कहा, “संघर्ष लंबा हो सकता है, लेकिन इसे धैर्य और हिम्मत के साथ लड़ने की जरूरत है।

हर किसान की भागीदारी इस आंदोलन को मजबूत करेगी।”

Kisan Andolan – सरकार ने जताया भरोसा

रणजोध सिंह के चचेरे भाई कमलदीप सिंह ने बताया

कि पंजाब सरकार ने किसान यूनियनों को परिवार के प्रति अपने वादे पूरे करने का भरोसा दिया है।

इस आश्वासन के बाद ही परिवार ने अंतिम संस्कार करने का निर्णय लिया।

किसान आत्महत्या की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं,

जो देश के लिए चिंता का विषय है।

सरकार को किसान हित में ठोस कदम उठाने होंगे, ताकि ऐसी त्रासद घटनाएं न हों।

किसान संगठनों और समाज को भी इस दिशा में प्रयास तेज करने होंगे।