कश्मीर के पहले मुस्लिम भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी Mohammed Shafi Pandit का गुरुवार को 80 वर्ष की आयु में निधन हो गया।
जिसके बारे में श्रीनगर के पूर्व मेयर जुनैद मट्टू ने एक्स पर एक पोस्ट में शफी के निधन की घोषणा की।
उन्होंने पोस्ट करते हुए लिखा की “मेरे प्यारे चाचा, पूर्व जेकेपीएससी अध्यक्ष और जम्मू-कश्मीर के अतिरिक्त मुख्य सचिव,
मुहम्मद शफी पंडित साहब का बीमारी के कारण कुछ समय पहले दिल्ली में निधन हो गया।
उनका पार्थिव शरीर आज श्रीनगर पहुंचेगा। वास्तव में, हम अल्लाह के हैं,
और वास्तव में, हम उसी की ओर लौटते हैं,” ।
बता दे की शफी 1969 में भारतीय परीक्षा पास करने वाले जम्मू-कश्मीर के पहले मुस्लिम थे।
इसके बाद वे स्वायत्त लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष और जम्मू-कश्मीर के अतिरिक्त मुख्य सचिव भी बने।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाषण में शफी के योगदान का उल्लेख
चुनाव प्रचार के लिए कश्मीर दौरे पर आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रीनगर में अपने भाषण में शफी के योगदान का उल्लेख किया।
उन्होंने कहा, “मुझे पता चला कि कश्मीर के गौरव और पहले IAS अधिकारियों में से एक मोहम्मद शफी पंडित का कल रात निधन हो गया।
Retirement के बाद भी उन्होंने लोगों के कल्याण के लिए काम करना जारी रखा।
दुख की इस घड़ी में हमारी संवेदनाएं उनके परिवार के साथ हैं।”
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा : Mohammed Shafi Pandit के निधन से दुखी हूं
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा, “मोहम्मद शफी पंडित के निधन से दुखी हूं।
एक नौकरशाह के रूप में उनका शानदार करियर था
और उन्होंने अपनी सेवाएं बेहतरीन तरीके से दीं।
उन्हें सार्वजनिक सेवा और नागरिक समाज में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए याद किया जाएगा।
दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं उनके परिवार और प्रशंसकों के साथ हैं।”