नारायण मूर्ति और सुधा मूर्ति की अनसुनी प्रेम कहानी, कपिल शर्मा के शो में हुआ रोमांटिक खुलासा!

Kapil Sharma Show: Narayana Murthy, Sudha Murthy

Kapil Sharma Show: ‘The Great Indian Kapil Show’ भारत का एक ऐसा शो जो हर एक घर की जान है, हाल ही में एक एपिसोड में यहाँ इन्फोसिस के संस्थापक Narayana Murthy और उनकी लेखक पत्नी Sudha Murthy स्पेशल गेस्ट बनकर शो में हाज़िर हुए।

Kapil Sharma Show : Narayana Murthy और Sudha Murthy की प्रेम कहानी

शो के दौरान उन्होंने होस्ट कपिल शर्मा के साथ अपनी दिलचस्प प्रेम कहानी साझा की।

इस दौरान सुधा मूर्ति ने नारायण मूर्ति के उनके पिता से पहले मिलने के एक मजेदार किस्से का जिक्र किया,

जिसने सभी को हसाने पर मज़बूर कर दिया।

प्रेम कहानी को किया फिर से ताज़ा –

सुधा ने बताया कि नारायण मूर्ति ने पहली बार उनके पिता से मिलने के लिए कुछ ज्यादा ही देर कर दी थी।

उन्होंने कहा, “वह मेरे पिता से मिलने दो घंटे देर से पहुंचे थे, क्योंकि उनकी टैक्सी खराब हो गई थी।

मेरे पिता मुझसे बार-बार पूछ रहे थे कि वह क्या करते हैं और क्या हैं।

और फिर वह आए और उन्हें बताया कि वह राजनीति में जाना चाहते हैं और अनाथालय खोलना चाहते हैं।

मेरे पिता को हमेशा लगता था कि मैं एक ‘प्राइज’ हूं क्योंकि उस समय बहुत कम महिलाएं इंजीनियरिंग करती थीं।

वह देर से आए थे यह सोचकर कि वह मेरे पिता पर अच्छा असर डालेंगे।

” इस पर नारायण मूर्ति ने हंसते हुए कहा, “उस समय में मेरे अंदर थोड़ी मस्ती थी ”

 Narayana Murthy : मिलना एक ताजगी का अहसास

नारायण मूर्ति ने उस पहली मुलाकात को याद करते हुए कहा, “उनसे मिलना एक ताजगी का अहसास था।

वह हमेशा सकारात्मक, दयालु और बातूनी रही हैं… वह एक अच्छा सुनने वाला इंसान चाहती थी… तो वह खुश थीं और मैं भी खुश था।”

कौन है नारायण और Sudha Murthy –

नारायण मूर्ति और सुधा मूर्ति भारतीय समाज के दो प्रसिद्ध व्यक्तित्व हैं,

जो टेक्नोलॉजी, व्यापार और समाजसेवा के क्षेत्र में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके हैं।

नारायण मूर्ति ने इन्फोसिस की सह-स्थापना की, जिसने भारत के आईटी क्षेत्र को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया।

वहीं, सुधा मूर्ति एक प्रसिद्ध लेखिका, समाजसेवी और इंफोसिस फाउंडेशन की चेयरपर्सन हैं,

जो भारत में शिक्षा, स्वास्थ्य और ग्रामीण विकास के क्षेत्रों में काम कर रही हैं।

उनके द्वारा लिखी गई किताबें असल जीवन की कहानियों पर आधारित होती हैं और सभी आयु वर्ग के पाठकों के बीच लोकप्रिय हैं।