कालका में रक्तदान शिविर का आयोजन- 41 युवाओं ने किया रक्तदान 

Kalka Blood donation camp

Kalka Blood donation camp : श्रीमती अरुणा आसफ अली पी जी महाविद्यालय, कालका में श्री शिव कावड़ महासंघ चैरिटेबल ट्रस्ट,

पंचकूला,  ब्लड बैंक, सिविल अस्पताल, सेक्टर 6,  पंचकूला एवं एच डी एफ सी, कालका के सहयोग से कॉलेज परिसर में रक्तदान शिविर का  सफलतापूर्वक आयोजन करवाया गया।

Kalka Blood donation camp : नेक कार्य में बढ़-चढ़कर भाग लें

रक्तदान शिविर का उद्घाटन महाविद्यालय की प्राचार्या श्रीमती प्रोमिला मलिक के कर कमलों द्वारा किया गया।

उन्होंने युवाओं का आहवान किया कि वह इस नेक कार्य में बढ़-चढ़कर भाग लें और एक स्वस्थ व्यक्ति के इंसानी,

नैतिक और सामाजिक दायित्व को रक्तदान के द्वारा निभाएं एवं वह स्वंय को रक्तदान के लिए तैयार रखें

तथा अपने  सदस्यों  मित्रों को भी इस  कार्य में अपना योगदान देने  लिए प्रेरित करें।

उन्होंने यह भी बताया कि हर स्वस्थ व्यक्ति को इसलिए भी रक्तदान करना चाहिए

क्योंकि रक्त का कोई दूसरा विकल्प नहीं है। रक्तदान के माध्यम से अनेक व्यक्तियों को जीवनदान दिया जा सकता है।

रक्तदान शिविर का मुख्य उद्देश्य

महाविद्यालय की ब्लड कैंप इंचार्ज एवं रेड क्रॉस सोसाइटी की इंचार्ज प्रोफेसर डॉ कविता बलहारा ने बताया

कि इस रक्तदान शिविर का मुख्य उद्देश्य उन  मरीजों की मदद करना है जिनकी जिंदगी की डोर रक्त की कमी से कमजोर पड़ जाती है,

जैसे कि क्षेत्र में डेंगू की जानलेवा बिमारी से जूझ रहे व्यक्ति तथा थैलासीमिया से जूझ रहे मरीज़।

इस रक्तदान जागरुकता  शिविर में महाविद्यालय के 48 युवाओं ने रजिस्ट्रेशन करवाया जिन में से 41 ने रक्तदान किया।

रक्तदाताओं का उत्साह बढ़ाने के लिए उन्हें प्रशंसा पत्र, समृति चिन्ह, ईनाम एवं बैज से नवाज़ा गया।

रक्दान शिविर को सफल बनाने

इस रक्दान शिविर को सफल बनाने में रेड क्रॉस क्लब की इंचार्ज प्रोफेसर डॉ कविता बलहारा तथा क्लब के सदस्य प्रोफेसर डॉ स्वाति अरोड़ा,

प्रोफेसर डॉ  नवनीत नैंसी, प्रोफेसर डॉ सोनिआ तथा प्रोफेसर डॉ शबनम का विशेष सहयोग रहा।

इस अवसर पर कॉलेज के स्टाफ ख़ास तौर पर एन सी सी के इंचार्ज प्रोफेसर डॉ यशवीर तथा एन सी सी के कैडेट्स

एवं एन एस एस के इंचार्ज प्रोफेसर डॉ सरिता तथा प्रोफेसर सोनू एवं उनके विद्यार्थियों का भी विशेष योगदान रहा।

श्री शिव कावड़ महासंघ चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रेजिडेंट राकेश संगर, समाज सेवी गुलशन कुमार,

अशोक तथा मनोज शर्मा का योगदान भी अत्यंत सराहनीय रहा।