चंडीगढ़, 6 मई: हरियाणा की राजनीति में एक नई हलचल मचाते हुए जननायक जनता पार्टी (JJP) ने अपने संगठन में व्यापक बदलाव किए हैं। पार्टी ने राज्य के सभी 22 जिलों में नए जिलाध्यक्षों की नियुक्ति कर दी है। साथ ही, संगठन को और मजबूती देने के उद्देश्य से 7 जिलों के लिए नए जिला प्रभारियों की भी घोषणा की गई है। यह कदम आगामी चुनावों की तैयारी और संगठन को ज़मीनी स्तर पर मजबूत करने के लिए उठाया गया है।
पार्टी का लक्ष्य: संगठन में नई ऊर्जा और मजबूती लाना
जननायक जनता पार्टी की यह रणनीति स्पष्ट रूप से दर्शाती है कि वह प्रदेश में अपने संगठन को नए सिरे से खड़ा करने के प्रयास में जुट गई है। पार्टी नेतृत्व का मानना है कि नए चेहरों को ज़िम्मेदारी देने से न केवल संगठन में नई ऊर्जा का संचार होगा, बल्कि युवाओं और स्थानीय कार्यकर्ताओं को भी मंच मिलेगा।
जेजेपी के 22 नए जिलाध्यक्षों की सूची:
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अंबाला – मंदीप बोपाराय
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भिवानी – जितेंद्र भारद्वाज
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दादरी – रविंद्र चरखी
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फरीदाबाद – प्रदीप चौधरी
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फतेहाबाद – रविंद्र बेनीवाल
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गुरुग्राम – सुरेंद्र ठाकरान
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हिसार – अमित बूरा
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झज्जर – संजय दलाल
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जींद – जोरा सिंह डूमरखां
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कैथल – अवतार चीका
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करनाल – गुरदेव रंभा
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कुरुक्षेत्र – कुलदीप जाखवाला
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महेंद्रगढ़ – राजकुमार खातोद
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नूंह – नासिर हुसैन अडबर
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पलवल – सुरेंद्र सरोत
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पंचकुला – ओपी सिहाग
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पानीपत – रामनिवास पटवारी
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रेवाड़ी – विजय पंच गुर्जर
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रोहतक – डॉ. संदीप हुड्डा
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सिरसा – अशोक वर्मा
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सोनीपत – अशोक सरोहा
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यमुनानगर – इंतजार अली
जिला प्रभारियों की नई टीम भी घोषित:
संगठनात्मक कार्यों को और बेहतर ढंग से संचालित करने के लिए जिन जिलों में जिला प्रभारी नियुक्त किए गए हैं, वे हैं:
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भिवानी – कृष्ण बजीना
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दादरी – ऋषिपाल उमरावास
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हिसार – अनिल बालकिया
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जींद – सतनारायण बूरा
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रोहतक – हरज्ञान मोखरा
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सोनीपत – कुलदीप मलिक
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यमुनानगर – जरनैल पंजेटा
राजनीतिक संकेत और संभावित रणनीति
JJP द्वारा इस बड़े स्तर पर किए गए संगठनात्मक बदलाव से यह साफ है कि पार्टी आने वाले समय में एक सक्रिय और आक्रामक रणनीति अपनाने की तैयारी में है। नए चेहरों को ज़िम्मेदारियाँ देकर जेजेपी ने यह संकेत दिया है कि वह युवाओं और नये नेतृत्व को तरजीह देना चाहती है। पार्टी अब हरियाणा के कोने-कोने में अपने संगठन को मजबूत कर आगामी विधानसभा और पंचायत चुनावों के लिए खुद को तैयार कर रही है।
पार्टी नेतृत्व की मंशा
सूत्रों की मानें तो पार्टी नेतृत्व ने यह फैसला लंबी विचार-विमर्श प्रक्रिया के बाद लिया है। हर जिले में ज़मीनी हकीकत को समझते हुए योग्य और कर्मठ कार्यकर्ताओं को ज़िम्मेदारी दी गई है। इससे पार्टी कार्यकर्ताओं में उत्साह का संचार हुआ है और संगठन को भी नई दिशा मिलने की उम्मीद है।