चंडीगढ़, 27 मई: भारतीय वित्तीय क्षेत्र में एक बड़ा बदलाव आने जा रहा है। रिलायंस समूह की जियो फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड (JFSL) और अमेरिका की प्रमुख ग्लोबल इन्वेस्टमेंट कंपनी ब्लैकरॉक के संयुक्त उद्यम “जियोब्लैकरॉक एसेट मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड” को भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) से म्यूचुअल फंड कारोबार शुरू करने की आधिकारिक मंजूरी मिल गई है। इस ऐतिहासिक साझेदारी के ज़रिए अब यह कंपनी जल्द ही भारतीय म्यूचुअल फंड बाजार में कदम रखेगी।
कंपनी की कमान संभालेंगे सिड स्वामीनाथन
सिड स्वामीनाथन, जो पहले ब्लैकरॉक के इंटरनेशनल इंडेक्स इक्विटी के प्रमुख रह चुके हैं और 1.25 ट्रिलियन डॉलर के एसेट्स का प्रबंधन कर चुके हैं, उन्हें अब जियोब्लैकरॉक एसेट मैनेजमेंट का मैनेजिंग डायरेक्टर (MD) और सीईओ नियुक्त किया गया है। सिड के नेतृत्व में यह कंपनी डिजिटल इनोवेशन के साथ निवेश की दुनिया को नए आयाम देने की दिशा में काम करेगी।
ईशा अंबानी ने साझेदारी को बताया परिवर्तनकारी पहल
JFSL की गैर-कार्यकारी निदेशक ईशा अंबानी ने इस साझेदारी को “सशक्त और भविष्यगामी” बताते हुए कहा,
“ब्लैकरॉक के पास जहां वैश्विक निवेश विशेषज्ञता है, वहीं जियो के पास है डिजिटल नवाचार की ताकत। हम मिलकर हर भारतीय के लिए निवेश को सरल, सुरक्षित और समावेशी बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। जियोब्लैकरॉक भारत में वित्तीय सशक्तिकरण का भविष्य गढ़ेगा।”
रेचल लॉर्ड: भारत निवेशकों का देश बनेगा
ब्लैकरॉक में इंटरनेशनल बिज़नेस की प्रमुख रेचल लॉर्ड ने कहा कि भारत अब बचत से निवेश की ओर बढ़ रहा है और इस परिवर्तन में जियोब्लैकरॉक अहम भूमिका निभाएगा।
“हम निवेशकों को संस्थागत गुणवत्ता वाले उत्पाद कम लागत में उपलब्ध कराएंगे। हमारा उद्देश्य भारत को ‘बचतकर्ताओं का देश’ से ‘निवेशकों का देश’ बनाना है।”
सिड स्वामीनाथन: निवेशकों की क्षमता को नई ऊंचाइयों तक ले जाना लक्ष्य
अपनी नई भूमिका पर प्रतिक्रिया देते हुए सिड स्वामीनाथन ने कहा,
“मुझे जियोब्लैकरॉक का नेतृत्व करने का अवसर मिला है, यह गर्व की बात है। हमारा लक्ष्य है कि हम हर कोने में बैठे भारतीय निवेशक को ऐसी सेवाएं दें जो अब तक केवल चुनिंदा वर्ग को ही मिलती थीं – विश्वस्तरीय, पारदर्शी और डिजिटल तरीके से।”
क्या बदलेगा जियोब्लैकरॉक के आने से?
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डिजिटल-फर्स्ट अप्रोच: जियो के डिजिटल नेटवर्क के ज़रिए छोटे निवेशकों तक पहुंच।
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कम लागत, उच्च गुणवत्ता: ब्लैकरॉक के ग्लोबल स्टैंडर्ड्स पर आधारित म्यूचुअल फंड योजनाएं।
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अधिक समावेशिता: ग्रामीण और टियर-2/टियर-3 शहरों के लोगों के लिए निवेश को सुलभ बनाना।
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वित्तीय साक्षरता को बढ़ावा: शिक्षा और जागरूकता के जरिए निवेश को जन-जन तक पहुंचाना।