चंडीगढ़, 27 मार्च: जियो प्लेटफॉर्म्स लिमिटेड (जेपीएल) को दो प्रतिष्ठित बौद्धिक संपदा पुरस्कार मिले हैं। एक ओर भारत सरकार ने जियो प्लेटफॉर्म्स को राष्ट्रीय बौद्धिक संपदा पुरस्कार से सम्मानित किया, वहीं दूसरी ओर वर्ल्ड इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी ऑर्गेनाइजेशन (WIPO) ने भी जियो प्लेटफॉर्म्स को ट्रॉफी से नवाजा। यह सम्मान केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल ने नई दिल्ली में एक समारोह में प्रदान किया।
वैश्विक स्तर पर, जियो प्लेटफॉर्म्स ने पिछले तीन वर्षों में 4 हजार से अधिक पेटेंट दायर किए हैं। इन पेटेंट्स का अधिकांश हिस्सा दूरसंचार, डिजिटल प्रौद्योगिकियों और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) के क्षेत्रों से संबंधित है। खासकर 5जी, 6जी और AI तकनीकों पर जियो ने पेटेंट दायर किए हैं, जो पहले विदेश कंपनियों के अधीन थे। अब जियो जैसी एक भारतीय कंपनी ने इन तकनीकी क्षेत्रों में बड़ी सफलता प्राप्त की है, और यह भारतीय तकनीकी उद्योग को वैश्विक स्तर पर अग्रणी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
जियो प्लेटफॉर्म्स लिमिटेड (जेपीएल) के वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री आयुष भटनागर ने पुरस्कार प्राप्त करते हुए कहा, “ये पुरस्कार हमारी इनोवेशन के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं। हम केवल तकनीकी विकास पर ही नहीं, बल्कि ऐसी क्षमताओं को विकसित करने पर भी काम कर रहे हैं, जो 5G, 6G और AI के माध्यम से राष्ट्रीय विकास में योगदान देंगी और वैश्विक प्रतिस्पर्धा में हमें आगे खड़ा करेंगी।”
भारत सरकार वर्तमान में 6जी विजन पर काम कर रही है और जियो इस तकनीकी रेस में अग्रणी है। जियो ने एक बयान में कहा कि उनकी बौद्धिक संपदा रणनीति भारत सरकार के ‘विकसित भारत 2047’ दृष्टिकोण से जुड़ी हुई है, जिसका उद्देश्य तकनीकी नवाचार, डिजिटल परिवर्तन और स्वदेशी तकनीकी क्षमताओं के विकास के माध्यम से भारत को आत्मनिर्भर और विकसित अर्थव्यवस्था में बदलना है।