जय इंदर कौर ने की 1984 के सिख विरोधी नरसंहार के पीड़ितों से मुलाकात!

Jai Inder Kaur Meeting Victims

Jai Inder Kaur Meeting Victims : पंजाब भाजपा महिला मोर्चा अध्यक्ष और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की बेटी जय इंदर कौर ने आज दिल्ली के तिलक नगर स्थित विडो कॉलोनी में 1984 के सिख विरोधी नरसंहार के पीड़ितों से मुलाकात की।

इस दौरान उन्होंने नरसंहार के शिकार परिवारों की पीड़ा और संघर्ष को करीब से जाना।

Jai Inder Kaur Meeting Victims

जय इंदर कौर ने इस मौके पर कहा, “1984 के सिख विरोधी नरसंहार के दौरान इन परिवारों को जिन दर्दनाक हालातों का सामना करना पड़ा,

उन्हें सुनकर दिल दहल जाता है। यह सिर्फ दंगा नहीं था,

बल्कि कांग्रेस पार्टी द्वारा प्रायोजित एक नृशंस नरसंहार था। 40 साल बीत चुके हैं,

लेकिन इन परिवारों के जख्म आज भी ताजे हैं।”

उन्होंने आगे कहा, “यह बेहद शर्मनाक है कि कांग्रेस पार्टी अब भी उन नेताओं को बचाने की कोशिश कर रही है,

जो इस नरसंहार के दोषी थे और अभी भी पार्टी का हिस्सा हैं।

इन परिवारों के घर जलाए गए, उनके परिवारों की हत्या की गई,

और फिर इन्हें अपनी जिंदगी को फिर से शुरू करने के लिए मजबूर किया गया।

कांग्रेस ने इन परिवारों के साथ कभी भी कोई न्याय नहीं किया।”

जय इंदर कौर – AAP ने इन परिवारों से कई वादे किए थे

जय इंदर कौर ने आम आदमी पार्टी (AAP) पर भी निशाना साधते हुए कहा, “AAP ने इन परिवारों से कई वादे किए थे –

जैसे मालिकाना हक, नौकरियां और मुफ्त बिजली, लेकिन अब तक इन वादों का कोई पालन नहीं हुआ।

ये परिवार खुद को धोखा महसूस कर रहे हैं।”

उन्होंने सिख समुदाय की वीरता और संघर्ष को भी याद किया,

“सिख समुदाय हमेशा राष्ट्र निर्माण और सेवा के क्षेत्र में अग्रणी रहा है।

फिर भी 1984 में उन्हें अकल्पनीय अत्याचारों का सामना करना पड़ा।

यह हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है कि हम उनके बलिदानों को न भूलें,

और उनके पुनर्वास के लिए न्याय की मांग करें।”

जय इंदर कौर ने यह भी स्पष्ट किया कि भा.ज.पा. इन पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी है और उन्हें न्याय दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है।

उन्होंने कहा, “भा.ज.पा. हमेशा इन परिवारों के साथ खड़ी रही है,

और हम सुनिश्चित करेंगे कि उनकी आवाज़ उच्च स्तर तक पहुंचे।”

मुलाकात के दौरान, बुजुर्ग महिलाएं भावुक होकर अपनी पीड़ा को साझा करती दिखीं।

जिन्होंने इतने वर्षों बाद भी न्याय और बुनियादी सुविधाओं के लिए संघर्ष जारी रखा है।