चंडीगढ़, 14 मई: हरियाणा सरकार अब आईटीआई (औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान) के कोर्स को पूरी तरह उद्योग जगत की जरूरतों के मुताबिक नया स्वरूप देने जा रही है। इस पहल का उद्देश्य है कि राज्य के युवा न केवल डिग्रीधारी बनें, बल्कि प्रशिक्षित और प्लेसमेंट के लिए तैयार कार्यबल के रूप में उभरें।
गृह विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुमिता मिश्रा ने बताया कि मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी की सोच के अनुरूप, आईटीआई पाठ्यक्रम में अब ऐसे मॉड्यूल जोड़े जाएंगे जो कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI), सॉफ्ट स्किल्स, और व्यावसायिक जरूरतों से जुड़ी तकनीकों पर केंद्रित होंगे। यानी अब युवाओं को सिर्फ परंपरागत तकनीकी शिक्षा नहीं, बल्कि नवाचारों और उद्योग की वास्तविक मांगों के अनुरूप ज्ञान मिलेगा।
आईटीआई शिक्षा में आने वाला बदलाव:
-
✅ AI और सॉफ्ट स्किल्स की अनिवार्यता:
अब छात्रों को सिर्फ टेक्निकल नॉलेज ही नहीं, बल्कि प्रेजेंटेशन, टीम वर्क, कम्युनिकेशन जैसी स्किल्स भी सिखाई जाएंगी। -
✅ उद्योग-विशिष्ट मॉड्यूल:
हर सेक्टर – जैसे ऑटोमोबाइल, टेक्सटाइल, आईटी, मैन्युफैक्चरिंग – के अनुसार ट्रेनिंग सामग्री तैयार की जा रही है। -
✅ रियल टाइम रोजगार डेटा और पोर्टल:
डॉ. मिश्रा ने एक समर्पित पोर्टल विकसित करने का निर्देश दिया है, जहां युवाओं को उद्योग की जरूरतों के मुताबिक जॉब्स से जोड़ा जाएगा।
शिक्षकों को भी मिलेगा आधुनिक प्रशिक्षण
राज्य में जल्द ही एक राज्य स्तरीय आईटीआई प्रशिक्षण सम्मेलन आयोजित किया जाएगा जिसमें आईटीआई प्रशिक्षकों को नई टेक्नोलॉजी, उपकरणों और वैश्विक औद्योगिक मानकों से अवगत कराया जाएगा। इससे छात्रों को मिलने वाली शिक्षा अधिक उपयोगी और व्यावहारिक बन सकेगी।
प्लेसमेंट को लेकर नई रणनीति
डॉ. मिश्रा ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि बीते वर्षों में आईटीआई से निकले छात्रों के प्लेसमेंट रिकॉर्ड का विश्लेषण किया जाए। इससे यह समझा जा सकेगा कि किस कोर्स के बाद रोजगार के कितने अवसर मिलते हैं, और किन क्षेत्रों में सुधार की आवश्यकता है। इसका फायदा यह होगा कि भविष्य की ट्रेनिंग रणनीति और अधिक सटीक और प्रभावी हो सकेगी।
हरियाणा के युवा होंगे डिजिटल युग के लिए तैयार
आईटीआई पाठ्यक्रम में बदलाव सिर्फ एक शिक्षा सुधार नहीं, बल्कि यह एक बड़ा सामाजिक-आर्थिक परिवर्तन है, जिससे हरियाणा के युवा देशभर में प्रतिस्पर्धा योग्य, कुशल और आत्मनिर्भर बनकर उभर सकें।
इंफ्रास्ट्रक्चर और नीति निर्माण में भी तेजी
बैठक में यह भी बताया गया कि जल्द ही राज्य सरकार नई लॉजिस्टिक्स, वेयरहाउसिंग और रिटेल नीति अधिसूचित करेगी, जिससे व्यापार में तेजी आएगी और रोजगार के नए द्वार खुलेंगे। इसके साथ-साथ हरियाणा सिंगल विंडो पोर्टल को सरल पोर्टल से जोड़ा जाएगा, ताकि नए उद्यमियों को एक ही स्थान पर सारी सुविधाएं मिल सकें।
बैठक में मौजूद वरिष्ठ अधिकारी:
-
श्री डी. सुरेश – प्रधान सचिव, उद्योग एवं वाणिज्य विभाग
-
श्री राजीव रंजन – प्रधान सचिव, श्रम विभाग
-
श्री यश गर्ग – महानिदेशक, उद्योग एवं वाणिज्य विभाग
-
अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी बैठक में उपस्थित रहे