IRCTC का बड़ा फैसला: यात्रियों को मिलेगी बड़ी राहत, अंतिम समय की चिंता से छुटकारा!

चंडीगढ़, 11 जून: भारतीय रेलवे ने एक ऐसा निर्णय लिया है जो लाखों यात्रियों के लिए राहत की सांस जैसा है। अब अगर आपकी टिकट वेटिंग में है, तो आपको आखिरी समय तक यह सोचने की जरूरत नहीं कि टिकट कन्फर्म होगा या नहीं। रेलवे अब रिजर्वेशन चार्ट यात्रा से पूरे 24 घंटे पहले तैयार करेगा, ताकि आपको अपनी यात्रा के लिए विकल्प तय करने का पर्याप्त समय मिल सके।

पहले होता था चार्ट बनने में विलंब, अब होगा एक दिन पहले

अब तक की प्रक्रिया यह थी कि ट्रेन के चलने से लगभग 4 घंटे पहले रिजर्वेशन चार्ट तैयार होता था। इस वजह से यात्री अंतिम समय तक असमंजस में रहते थे। कन्फर्म टिकट की स्थिति ना जान पाने के कारण कई बार न यात्रा की योजना बन पाती थी और न ही वैकल्पिक साधनों की व्यवस्था।

लेकिन अब रेलवे ने यह अवधि पूरे 24 घंटे पहले कर दी है। इसका मतलब है कि अगर आपकी ट्रेन कल शाम 6 बजे की है, तो आज ही शाम 6 बजे तक आपको यह जानकारी मिल जाएगी कि आपका टिकट कन्फर्म हुआ या नहीं।

कहां शुरू हुआ प्रयोग?

रेलवे ने इस नई व्यवस्था को 6 जून से बीकानेर डिवीजन की एक ट्रेन पर प्रायोगिक रूप से लागू किया। महज़ चार दिनों में ही यात्रियों की ओर से सकारात्मक प्रतिक्रियाएं मिलने लगीं। इस पायलट प्रोजेक्ट की सफलता ने रेलवे को इसे पूरे देश में लागू करने के लिए प्रेरित किया।

दिल्ली, यूपी, बिहार, महाराष्ट्र जैसे व्यस्त रूट्स होंगे प्राथमिकता में

रेलवे अब इस व्यवस्था को उन रूट्स पर लागू करने की योजना बना रहा है जहां वेटिंग टिकट की समस्या सबसे ज्यादा होती है। इनमें प्रमुख रूप से दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र, गुजरात और पश्चिम बंगाल के रूट शामिल हैं।

ये वो रूट हैं जहां त्योहारी सीज़न, गर्मियों की छुट्टियों या विशेष अवसरों पर यात्रियों की संख्या बहुत ज्यादा होती है और वेटिंग लिस्ट बहुत लंबी बन जाती है।

 रेलवे को भी मिलेगा फायदा

यह बदलाव केवल यात्रियों के लिए फायदेमंद नहीं है, बल्कि रेलवे के लिए भी रणनीतिक रूप से उपयोगी है। अगर चार्ट एक दिन पहले बन जाता है तो रेलवे को यह पता चल जाएगा कि कितने यात्री यात्रा करेंगे। इससे रेलवे को समय रहते निर्णय लेने में मदद मिलेगी जैसे:

  • क्लोन ट्रेन चलाना

  • अतिरिक्त कोच जोड़ना

  • स्टेशन प्रबंधन को बेहतर बनाना

रद्द टिकट और ‘नो-शो’ यात्रियों की जानकारी पहले मिलेगी

रेलवे के अपने आंकड़ों के अनुसार, लगभग 21% यात्री अपनी टिकट बुक करने के बाद कैंसिल कर देते हैं, और करीब 4-5% यात्री यात्रा की तारीख पर स्टेशन पर पहुंचते ही नहीं। इन यात्रियों की पहचान अगर पहले से हो जाए, तो सीटों का सही इस्तेमाल किया जा सकता है।

अब जब चार्ट एक दिन पहले बनेगा, तो यह साफ हो जाएगा कि ट्रेन में कितनी सीटें वास्तव में भरी हैं, और कौन-कौन यात्री ‘नो-शो’ की श्रेणी में आ सकते हैं।

तत्काल टिकट वालों के लिए कोई बदलाव नहीं

ध्यान देने वाली बात यह है कि यह नई व्यवस्था सिर्फ सामान्य आरक्षण (general reservations) के लिए है। तत्काल टिकट बुकिंग व्यवस्था में कोई बदलाव नहीं किया गया है। यानी जो यात्री अंतिम समय पर टिकट बुक करते हैं, उनके लिए पहले जैसी ही प्रक्रिया जारी रहेगी।