चंडीगढ़, 21 अप्रैल: देश के मौसम ने एक बार फिर करवट ले ली है। अप्रैल का महीना होते हुए भी आसमान में बादलों का डेरा, गरजते बादलों की गूंज और हवाओं की रफ्तार ने लोगों को चौकन्ना कर दिया है। इस बार पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से मौसम में काफी उथल-पुथल देखने को मिल रही है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने देश के 17 राज्यों में बारिश, आंधी, ओलावृष्टि और तेज़ हवाओं का अलर्ट जारी किया है। इस समय उत्तर से लेकर दक्षिण और पूरब से लेकर पश्चिम तक मौसम असामान्य हो गया है।
उत्तर भारत में बारिश, बर्फबारी और बिजली की तिकड़ी
उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों में मौसम ने सबसे ज्यादा प्रभाव डाला है। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में जहां बर्फबारी और तेज बारिश का सिलसिला जारी है, वहीं मैदानी इलाकों में भी मौसमी हलचल तेज हो गई है।
हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में मौसम विभाग ने 21 अप्रैल को तेज बिजली चमकने, आंधी चलने और ओले गिरने की चेतावनी दी है। इन इलाकों में हवाओं की गति 60 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंचने की संभावना है, जिससे यात्रियों और स्थानीय लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है।
पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बादल घिरेंगे
मैदानी राज्यों की बात करें तो पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मौसम में अचानक बदलाव आ सकता है। यहां बादलों की आवाजाही बनी रहेगी और कुछ स्थानों पर बारिश की संभावना जताई गई है।
दिल्ली और एनसीआर में फिलहाल मौसम अपेक्षाकृत शांत बना रहेगा, लेकिन हल्की हवाएं और आंशिक बादल वातावरण में नमी ला सकते हैं। 21 अप्रैल को दिल्ली में हल्की बूंदाबांदी भी हो सकती है।
पूरब और उत्तर-पूर्व में बारिश का ज़ोर, 5 दिन का अलर्ट
देश के पूरब और उत्तर-पूर्वी हिस्सों में भी इस समय मौसम काफी सक्रिय है। एक मजबूत ट्रफ लाइन के कारण अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय और त्रिपुरा में अगले 5 दिनों तक बारिश होती रहेगी।
22 अप्रैल को असम और मेघालय में भारी से बहुत भारी वर्षा की संभावना है। इन राज्यों में तेज हवाएं 50 किमी/घंटा की गति से चल सकती हैं, जिससे पेड़ और बिजली के खंभों के गिरने जैसी घटनाएं हो सकती हैं।
दक्षिण भारत में गरज-चमक और बारिश का दौर जारी रहेगा
सिर्फ उत्तर या पूरब ही नहीं, दक्षिण भारत के राज्यों में भी मौसम की सक्रियता बनी हुई है। कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में अगले पांच दिनों तक गरज-चमक के साथ बारिश होने की संभावना है।
तटीय इलाकों में बादलों का डेरा बना रहेगा और कुछ क्षेत्रों में बिजली गिरने की घटनाएं भी हो सकती हैं। किसान भाइयों और यात्रा कर रहे लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
कहीं लू तो कहीं बौछार: तापमान ने भी बढ़ाई परेशानी
मौसम की यह उलझन और भी दिलचस्प तब बन जाती है जब एक ओर कुछ राज्यों में भारी बारिश हो रही है, तो दूसरी ओर देश के कई हिस्सों में भीषण गर्मी लोगों को परेशान कर रही है।
नागपुर का तापमान 44.7 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है, जो इस समय देश में सबसे अधिक है। राजस्थान, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, ओडिशा और छत्तीसगढ़ के कई इलाकों में तापमान 40 डिग्री से ऊपर बना हुआ है।
इन राज्यों में लू जैसे हालात बन गए हैं, जिससे बुजुर्गों, बच्चों और बाहर काम करने वाले लोगों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है।
राजधानी दिल्ली में गर्मी का असर बना रहेगा
दिल्ली में दिन का तापमान 38 से 39 डिग्री और रात का 25 से 26 डिग्री सेल्सियस के बीच बना हुआ है। हालांकि बारिश की उम्मीद फिलहाल कम है, लेकिन हल्की हवाओं और बादलों की मौजूदगी से लोगों को थोड़ी राहत जरूर मिल सकती है।
मौसम विभाग ने यह भी साफ किया है कि अगले कुछ दिनों में मौसम और भी अस्थिर हो सकता है, इसलिए लोगों को सतर्क रहना जरूरी है। खासकर किसान भाई फसलों की सुरक्षा को लेकर जरूरी कदम उठाएं, क्योंकि तेज बारिश, ओले और आंधी से फसल को नुकसान पहुंच सकता है।