IMA और हरियाणा सरकार की बैठक: आयुष्मान योजना के तहत इलाज जारी, लंबित क्लेम जल्द निपटाने का आश्वासन!

IMA Haryana Govt Meeting

IMA Haryana Govt Meeting: हरियाणा सरकार और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) की हरियाणा इकाई के बीच आयुष्मान भारत योजना को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक हुई।

इस बैठक में हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के मुख्य प्रधान सचिव श्री राजेश खुल्लर,

आयुष्मान भारत हरियाणा स्वास्थ्य संरक्षण प्राधिकरण की सीईओ श्रीमती संगीता तेतरवाल,

स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री सुधीर राजपाल, वित्त विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री अनुराग रस्तोगी

और आईएमए के प्रतिनिधि मौजूद रहे।

बैठक में आयुष्मान योजना के तहत इलाज जारी रखने और लंबित क्लेम के शीघ्र भुगतान को लेकर कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।

IMA Haryana Govt Meeting : मुख्य निर्णय और घोषणाएं

– आयुष्मान योजना के तहत इलाज जारी रहेगा – IMA ने आश्वासन दिया कि मरीजों को किसी भी प्रकार की कठिनाई नहीं होगी,

और पहले की तरह ही आयुष्मान भारत योजना के तहत इलाज उपलब्ध रहेगा।

– लंबित क्लेम का भुगतान जल्द होगा – सरकार ने आश्वासन दिया कि 10 मार्च, 2025 तक प्राप्त सभी क्लेम का भुगतान 31 मार्च, 2025 तक कर दिया जाएगा।

इसके लिए संशोधित बजट में पर्याप्त धनराशि मंजूर की जाएगी।

– 2500 करोड़ रुपये के नए बजट का प्रावधान – अगले वर्ष के लिए आयुष्मान योजना के तहत 2500 करोड़ रुपये के बजट का प्रावधान किया जाएगा,

जिससे क्लेम का निपटारा समयबद्ध तरीके से हो सके।

– अब तक 195 करोड़ रुपये का भुगतान – 1 जनवरी से अब तक 195 करोड़ रुपये के क्लेम का भुगतान किया जा चुका है,

और शेष लंबित क्लेम फरवरी माह में निपटा दिए जाएंगे।

क्लेम प्रक्रिया में सुधार के लिए उठाए गए कदम

– विशेषज्ञों की टीम करेगी क्लेम प्रोसेसिंग – मेडिसिन और बाल चिकित्सा से जुड़े मामलों के क्लेम स्पेशलाइज्ड डॉक्टरों की विशेष टीम द्वारा प्रोसेस किए जाएंगे, जिससे सही निर्णय लिया जा सके।

– आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद – संदेहास्पद मामलों की पहचान के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग किया जाएगा

और इन मामलों की जानकारी अस्पतालों से साझा की जाएगी।

– क्लेम कटौती का कारण स्पष्ट किया जाएगा – यदि किसी अस्पताल के क्लेम में कटौती की जाती है,

तो कटौती के कारणों की विस्तृत जानकारी दी जाएगी।

– डॉक्टरों को क्लेम निरीक्षण के लिए प्रशिक्षण – क्लेम की सही तरीके से जांच हो सके, इसके लिए डॉक्टरों को पुनः प्रशिक्षण दिया जाएगा।

– दूसरी अपील की सुविधा – अस्पतालों को क्लेम रिजेक्शन पर दूसरी अपील दायर करने का विकल्प मिलेगा,

जिससे न्यायसंगत निर्णय लिया जा सके।

– स्वैच्छिक इलाज का विकल्प – यदि कोई मरीज आयुष्मान योजना के तहत इलाज नहीं करवाना चाहता,

तो उसे अपने खर्चे पर इलाज करवाने का विकल्प मिलेगा।

आईएमए ने जताया मुख्यमंत्री का आभार

आईएमए हरियाणा इकाई के प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और उनकी सरकार का आभार व्यक्त किया।

उन्होंने कहा कि सरकार ने उनकी मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार कर त्वरित निर्णय लिए हैं।

उन्होंने आश्वासन दिया कि आयुष्मान योजना के तहत इलाज बिना किसी रुकावट के जारी रहेगा।

इस बैठक के फैसले से आयुष्मान भारत योजना के तहत मरीजों को इलाज में कोई कठिनाई नहीं होगी

और अस्पतालों को अपने लंबित क्लेम का समय पर भुगतान मिलेगा।

सरकार द्वारा 2500 करोड़ रुपये के नए बजट की मंजूरी

और क्लेम प्रक्रिया में सुधार से योजना को और अधिक प्रभावी बनाने में मदद मिलेगी।